- पेट में सोना छुपा कर लाने के चलते तीन दिन पूर्व दुबई से वाया मुम्बई और दिल्ली होकर लौट रहे रामपुर के टांडा निवासी 04 लोगों का बदमाशों ने कर लिया था अपहरण
Moradabad : मुरादाबाद में बदमाशों के चंगुल से छुड़ाये गये दुबई से लौटे रामपुर के टांडा निवासी चार सोना तस्करों के पेट से सोने के 27 कैप्सूल बरामद हुए हैं। इनका वजन लगभग 1.058 किलोग्राम और इसकी कीमत क रीब 01 करोड़ रुपये है। आरोपितों के पास से फर्जी आधार कार्ड और पासपोर्ट भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने चारों आरोपितों खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। मुठभेड़ में गिरफ्तार दो अपहरणकर्ताओं से पूछताछ के बाद खुलासा हुआ था कि दुबई से लौटे लोग अपने पेट में सोना छुपा कर लाये हैं।
पुलिस अधीक्षक नगर कुमार रणविजय सिंह ने सोमवार को पुलिस लाइन सभागार में पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि मुरादाबाद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर दो कारों में सवार लोगों ने रामपुर जा रही कार में सवार लोगों का अपहरण कर लिया। अपहरण करनेवाले मुरादाबाद के थाना कटघर के रामपुर दोराहा निवासी तौफीक और उत्तराखंड के काशीपुर निवासी रजा पुत्र फरमान व इनके अन्य साथी थे। इन बदमाशों ने खुद को पुलिस और जांच एजेंसी का अधिकारी बता कर दिल्ली से रामपुर जा रही कार को दिल्ली-मुरादाबाद हाईवे पर रोक लिया था। कार में रामपुर जिले के टांडा थाना क्षेत्र निवासी शाने आलम, मुत्तलीब, अजरूद्दीन, जुल्फिकार के अलावा नावेद और जाहिद थे, जो दुबई से लौट कर वाया मुम्बई और दिल्ली होते हुए कार से वापस अपने घर आ रहे थे।
मुरादाबाद पहुंचने पर दिल्ली-मुरादाबाद हाईवे पर आरोपितों ने सोना व नगदी के लिए तमंचे के बल पर बंधक बना कर उनका अपहरण कर लिया था और अपनी कार में डाल कर मूंढापांडे के रौंडाझौड़ा स्थित एक फार्म हाउस में ले गये। आरोपितों के चंगुल से छूट कर एक व्यक्ति ने ग्रामीणों और पुलिस को जानकारी दे दी। दिनदहाड़े अपहरण की वारदात से पुलिस तुरन्त हरकत में आ गयी। जब पुलिस और ग्रामीणों ने घेरा, तो बदमाश बंधकों को छोड़ कर मौके से फरार हो गये। बाद में बदमाशों की तलाश में जुटी पुलिस ने शुक्रवार रात्रि मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों तौफीक और राजा को पैर में गोली मार कर गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद घायल आरोपी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें शाम को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से जेल भेज दिया गया।
एसपी सिटी ने बताया कि इस दौरान पुलिस ने दुबई से लौटे नावेद, शाने आलम, मुतल्लिब, अजरूद्दीन, जाहिद और जुल्फिकार को जिला अस्पताल लेकर आयी और उनका मेडिकल कराने के साथ उनका बॉडी चैकअप कराया, जिसमें मुत्तलीब, अजहरुद्दीन, शाने आलम और जुल्फिकार के पेट में कुछ मेटल धातु की आकृति कैप्सूल के रूप में दिखाई दी थी, जो शरीर का अंग प्रतीत नहीं हो रही थी। इन चारों को जिला अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया और फील्ड यूनिट को बुला कर इनका उपचार कराया। इस दौरान मल द्वारा इनके पेट से सोने के 27 कैप्सूल बरामद हुए, जिनका वजन लगभग 1.058 ग्राम है, जिसकी बाजार में कीमत लगभग 01 करोड़ रुपये है। अभी जुल्फिकार के पेट में दो सोने के कैप्सूल और होने की उम्मीद है।
शाने आलम के पेट से तीन कैप्सूल, मुत्तलीब, अजहरुद्दीन और जुल्फिकार के पेट से 8-8-8 कैप्सूल बरामद हुए हैं।
सभी चारों आरोपितों ने बताया कि हम लोगों को फाइनेंसर के द्वारा ट्रैवल वीजा पर दुबई भेजा जाता है। वहां से हम सोने के कैप्सूल बिल पर खरीदते हैं और हवाई यात्रा के दौरान सोने के कैप्सूल पानी से गटक लेते हैं। इसके बाद केवल फल आदि खाते हैं। वहां सोने की तस्करी कर मुम्बई एयरपोर्ट पर आते हैं। इसके बाद घर जाकर हम लोग खाना खाते हैं और दो-तीन दिन के अन्दर मल के साथ इन सोने के कैप्सूल को बाहर निकाल लेते हैं। सोने के कैप्सूल को हम लोग धोकर रख लेते हैं तथा अपना हिस्सा लेकर फाइनेंसर को दे देते हैं। हम काफी समय से सोने की तस्करी कर रहे हैं। इस सोने की तस्करी के लिए हमारे फाइनेंसर हमें रुपये उपलब्ध कराते हैं। इस काम के लिए हमें अन्य लोगों की भी मदद मिलती हैं। हम लोग एक संगठित गिरोह हैं, जिसमें फाइनेंसर, ट्रैवल एजेंट, डॉक्टर व कुछ अन्य लोग शामिल हैं।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी कटघर आशीष प्रताप सिंह, सीओ अंकित कुमार, सीओ शुभम पटेल रहे। वहीं, आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर मूंढापांडे राजीव कुमार शर्मा, इंस्पेक्टर अपराध जितेंद्र कुमार सिंह, उपनिरीक्षक नरेन्द्र कुमार, सब इंस्पेक्टर इशांत मेहता, हेड कांस्टेबल राजीव कुमार व कांस्टेबल संजीत मलिक शामिल रहे।



