New Delhi: केन्द्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) और नवोदय विद्यालय समिति (एनवीएस) में 12 हजार से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं।
शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने गुरुवार को राज्यसभा में बताया कि केन्द्रीय विद्यालयों में 7,765 और नवोदय विद्यालयों में 4,323 शिक्षक पद रिक्त हैं। उन्होंने बताया कि नये विद्यालयों के खुलने, सेवानिवृत्ति, स्थानांतरण और त्यागपत्र जैसे कारणों से ये रिक्तियां उत्पन्न होती हैं। रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। साथ ही, शिक्षण कार्य बाधित न हो, इसके लिए संविदा शिक्षकों की अस्थायी नियुक्ति भी की जाती है।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) में समूह ‘क’ के 143 शैक्षणिक पद खाली हैं और इनकी भर्ती प्रक्रिया भी जारी है। वहीं, राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) में 60 पद रिक्त हैं।
चौधरी ने बताया कि इन प्रमुख संस्थानों में गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की बात करें, तो केवीएस में 1617, एनवीएस में 3056, एनसीईआरटी में 1183 और एनसीटीई में 60 गैर-शिक्षण पद रिक्त हैं। यानी कुल मिला कर चारों संस्थानों में गैर-शिक्षण कर्मचारियों के 5,916 पद खाली हैं।
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में रिक्तियों से न केवल प्रशासनिक कामकाज प्रभावित होता है, बल्कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। शिक्षा मंत्रालय से मांग की जा रही है कि रिक्तियों को जल्द से जल्द भरा जाये, ताकि देश के बच्चों को बेहतर शैक्षणिक वातावरण मिल सके।
केन्द्रीय और नवोदय विद्यालयों में 12 हजार से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त

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