- जमीन के दाखिल-खारिज के एवज में मांगी थी 10,000 रुपये की घूस
Hazaribagh News: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB), हजारीबाग ने गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दारू अंचल कार्यालय के एक अनुबंध सरकारी कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान दारू अंचल में कार्यरत अनुबंध राजस्व कर्मचारी ज्ञानी राम (पिता- चुरामन राम, ग्राम-दारू टोला) के रूप में हुई है। ज्ञानी राम को 3,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।
क्या है पूरा मामला ?
दारू थाना क्षेत्र के मेढ़कुरी कला निवासी हीरामन प्रजापति ने एसीबी को लिखित शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी और उनके भाइयों की मोजा मेघ्कुरी कला की जमीन के दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) के लिए राजस्व कर्मचारी ज्ञानी राम द्वारा 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी गयी थी।
चूंकि आवेदक रिश्वत नहीं देना चाहते थे, उन्होंने इस संबंध में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक के समक्ष आवेदन दिया।
एसीबी ने बिछाया जाल
सत्यापन आवेदन मिलने के बाद एसीबी ने मामले का सत्यापन कराया। सत्यापन में यह पाया गया कि राजस्व कर्मचारी ज्ञानी राम आवेदक से 3,000 रुपये प्रति डिसमिल के हिसाब से रिश्वत की मांग कर रहे थे।
ट्रैप टीम का गठन
सत्यापन सही पाये जाने के बाद पुलिस अधीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, हजारीबाग के आदेश पर एक विशेष ट्रैप टीम का गठन किया गया, जिसमें एक प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी और दो सरकारी गवाह शामिल थे।
रंगे हाथ गिरफ्तारी
10 अक्टूबर 2025 को एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और आरोपी ज्ञानी राम को उनके दारू प्रखंड स्थित आवासीय सह कार्यालय परिसर में शिकायतकर्ता हीरामन प्रजापति से 3,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ज्ञानी राम के विरुद्ध आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।



