Chinese culture and tradition : चीन के पश्चिमी प्रांत में ‘जुओ टांग’ नाम की एक अजीब परंपरा है। सामान्य तौर पर इसका मतलब होता है किसी हॉल में बैठकर रोना। यहां युवतियां शादी से एक महीने पूर्व से ही रात के वक्त किसी बड़े हॉल में बैठकर लगभग एक घंटे तक रोने का पर प्रैक्टिस करती हैं।
10 दिन बाद मां, दादी-नानी, बुआ-मौसी, बहनों का भी मिलता है साथ…
और तो और इसके 10 दिन बाद इस प्रक्रिया से पहले उसकी मां और इसके बाद दादी-नानी, बुआ-मौसी, बहनें और घर की अन्य महिलाएं भी जुड़ जाती हैं। रोने के दौरान ‘क्राइंग मैरेज’ नाम का एक गाना भी बजता है।
यहां विदाई के वक्त आंसू न निकले तो दुल्हन की पिटाई
…और अब पड़ोसी देश चीन के चीन के दक्षिण पश्चिमी प्रांत सिचुआन की बात, जहां सदियों से तूजिया जनजाति निवास करती आई है। यहां अगर विदाई के वक़्त युवती का रोना उस जरूरी माना जाता है। ऐसा नहीं करने पर इस जनजाति के लोग उसे बुरी पीढ़ी मान बैठते हैं और गांव में उस परिवार का मजाक उड़ाया जाता है। ऐसे में अगर युवती नहीं रोती है तो उसे पीटकर रुलाया जाता है। बताया जाता है कि 17वीं शताब्दी में यह परंपरा काफी प्रचलित थी। उस वक्त ज़ाओ स्टेट की राजकुमारी की शादी यैन राज्य में हुई थी। शादी के बाद जब उनकी विदाई हो रही थी, तब उनकी मां फूट-फूटकर रोई थीं और बेटी को जल्दी घर लौटने को कहा था। इसी के बाद से यहां यह परंपरा शुरू हुई।