Saharsa news : लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व छठ महापर्व मंगलवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो जाएगा। पर्व को लेकर बाजार में काफी चहल-पहल रही। दुकानदारों ने जगह-जगह छठ पूजन सामग्री का स्टॉल सजाया, जहां लोगों ने जमकर खरीदारी की। दुकानों में बांस के बने सूप, टोकरी, कोनिया, डगरी आदि की बिक्री शुरू हो गई है। बांस के बने दउरा 150 से 250 रुपये और सूप 100 से 120 रुपये बिक रहा। इसके अलावा कपड़ा बाजार, श्रृंगार दुकान व खाद्य सामग्रियों के दुकान पर भी ग्राहकों की भीड़ नजर आ रही है।
पूजन सामग्री में हुई है आंशिक वृद्धि
बाजार में जगह-जगह छठ व्रतियों के लिए मिट्टी के चूल्हा और बर्तन भी उपलब्ध है। लोग अपने अपने हिसाब से सामानों की खरीदारी कर रहे हैं। स्थानीय सब्जी और कपड़ा दुकानदार धनिकल लाल साह का बताना है कि पिछले साल के मुकाबले सामानों के दाम में आंशिक वृद्धि हुई है। श्रद्धालु अपने-अपने हिसाब से खरीदारी में जुटे हैं। आस्था का महापर्व छठ पूजा हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से लेकर सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। छठ पूजा की विशेष धार्मिक मान्यता होती है। इस कठिन व्रत को महिलाएं और पुरुष घर में खुशहाली और संतान की सलामती के लिए रखते हैं।
जोरों पर है पर्व की तैयारी
इसे सूर्य षष्ठी, छठी और डाला छठ के नामों से भी जाना जाता है। छठ पूजा में सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। नहाए-खाए के साथ ही छठ पूजा की शुरुआत हो जाती है। छठ पूजा का पावन महापर्व मंगलवार पांच नवंबर को नहाय-खाय से शुरू होगा। आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ के पहले दिन घरों में चावल, लौकी तथा चने की दाल बनाई जाती है। दाल-भात के सेवन के बाद लोग अगले दिन यानी छह नवंबर को खरना की तैयारी में जुट जाएंगे। सात को संध्या अर्घ्य है।
बाजारों में रही काफी चहल-पहल
आठ को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा का समापन किया जाएगा। लाखों लोगों की आस्था का प्रतीक छठ महापर्व की पूजन सामग्री में कई तरह की चीजें शामिल होती हैं. जैसे- दउरा, सुथनी, पांच ईख, सुथनी, शकरकंद, गन्ना। छठ पर्व में दउरा को छठी मैया की पूजा के दौरान उपयोग किया जाता है। सामानों की खरीदारी को लेकर बाजारों में लोगों की भीड़ बढ़ गई है।