शव और हथियार बरामद, बस्तर में 24 घंटे में 2 आईईडी ब्लास्ट
New Delhi news : छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने 12 नक्सलियों को मार गिराया है। सभी माओवादियों के शव लेकर जवानों की एक टीम कोंडापल्ली पहुंची। घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार भी मिले हैं। इलाके में सर्चिंग अब भी जारी है।इधर, नारायणपुर में नक्सलियों की लगाई आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) की चपेट में आकर दो बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) जवान घायल हो गए हैं। दोनों का इलाज जारी है। इससे पहले गुरुवार को बीजापुर में भी आईईडी ब्लास्ट की चपेट में आने से 2 जवान घायल हुए थे।
1500 से ज्यादा जवान ऑपरेशन पर निकले थे
बीजापुर के पुजारी कांकेर में गुरुवार दिनभर मुठभेड़ चली। दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के करीब 1500 से ज्यादा जवान ऑपरेशन पर निकले थे। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है। पुलिस को इनपुट मिले थे कि पामेड़ इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। सूचना के आधार पर 3 जिलों से डीआरजी, कोबरा 205, 206, 208, 210 बटालियन के जवानों समेत सीआरपीएफ की टीम को 2 दिन पहले सर्च ऑपरेशन के लिए निकाला गया था। नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी और बटालियन नंबर 1 के साथ जवानों की मुठभेड़ हुई। नक्सलियों की दोनों टीम में कई बड़े लीडर मौजूद हैं। इन पर मिनिमम 8 लाख रुपए का इनाम घोषित है।
10 से 12 माओवादियों को एनकाउंटर में मार गिराया
गुरुवार तड़के माओवादियों और पुलिस के बीच में मुठभेड़ शुरू हुई। दिनभर रुक-रुककर गोलीबारी होती रही। हालांकि देर शाम तक खबर मिली की जवानों ने करीब 10 से 12 माओवादियों को एनकाउंटर में मार गिराया है। अलग-अलग टीमों के साथ मुठभेड़ हुई है। शाम तक मुठभेड़ रुक गई थी। जवान नक्सलियों के कोर इलाके को घेर रखे थे। शुक्रवार को सुबह फिर से इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। करीब 1500 से ज्यादा जवान इलाके में ही मौजूद हैं। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब जवान लौटेंगे, सर्च ऑपरेशन पूरा कर लिया जाएगा तभी नक्सलियों को कितना नुकसान हुआ है इस बारे में पता चलेगा।