Bhuvneshwar news : ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने कहा है कि प्राकृतिक आपदा से निपटने को राज्य सरकार ने तटीय जिलों में 500 और बहुउद्देश्यीय भवनों के निर्माण का निर्णय लिया है। आपदा तैयारी दिवस और राष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस पर मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ओडिशा के लोगों ने अब चक्रवात से उत्पन्न स्थिति से निपटना सीख लिया है।
दर्दनाक यादें छोड़ गया 1999 का सुपर साइक्लोन, 10 हजार से अधिक की हुई थी मौत
1999 के सुपर साइक्लोन और पिछले 25 वर्षों में आए हिंसक उष्णकटिबंधीय तूफानों ने दर्दनाक यादें छोड़ी हैं, जिसमें 10 हजार से अधिक लोग मारे गए थे। मांझी ने कहा, “जब 1999 में सुपर साइक्लोन ने ओडिशा के तट को प्रभावित किया था, तब राज्य में केवल 21 साइक्लोन शेल्टर थे। वर्तमान में इसकी संख्या बढ़कर 844 हो गई, जबकि 500 और भवन बनेंगे, जो प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करेगा।
ओडीआरएएफ को मजबूत करेंगी 10 और टीमें, 26 सुनामी गांव भी तैयार
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओडीआरएएफ) की 10 और टीमों को बढ़ाने का निर्णय लिया है, जो आपदाओं के दौरान लोगों को बचाने में बहुत प्रभावी रही है। वर्तमान में राज्य में इसकी 20 टीमें कार्यरत हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए राज्य में 26 सुनामी गांव तैयार हैं। ये गांव सुनामी के प्रतिकूल प्रभावों से निपटने के लिए तैयार हैं। सरकार ने ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में ऐसे 381 गांव तैयार करने का निर्णय लिया है।