Mumbai news, Bollywood news : बॉलीवुड की दुनिया में अभिनेत्रियों की लंबी फेहरिस्त है। इसमें निम्मी का नाम अपनी एक्टिंग के अंदाज से अलग स्थान रखता है। बेशक आप इस अत्यंत चर्चित एक्ट्रेस को मीना कुमारी और वहीदा रहमान की श्रेणी में नहीं रख सकते, लेकिन उसने जो अपने अंदाज से अलग अचीव किया, उससे कोई इनकार नहीं कर सकता। उत्तर प्रदेश के आगरा से मुंबई आकर छोटी सी उम्र में एक लड़की ने वाकई बड़ा मुकाम हासिल किया यह बहुत बड़ी बात है। 87 साल की उम्र में 2020 में निम्मी ने दुनिया को अलविदा कहा था, लेकिन आज भी उनके फैंस उन्हें तहे दिल से याद करते हैं।
राज कपूर ने बना दिया निम्मी
यदि मुंबई फिल्मइंडस्ट्री के 1950 और 60 के दशक को देखें, तो ‘गोल्डन एरा’ कहा जा सकता है। इस जरा की लीडिंग एक्ट्रेस निम्मी रही हैं। उनका असली नाम नवाब बानो था। राज कपूर ने निम्मी नाम दिया था। निम्मी ने देव आनंद से लेकर दिलीप कुमार तक के साथ काम किया। राज कपूर ने ही निम्मी को फिल्मों में पहला ब्रेक दिया था।
दादा ने कहा था नवाब
कहा जाता है कि निम्मी की मां एक सिंगर और अभिनेत्री थीं, जिन्हें वाहिदन के नाम से जाना जाता था। पिता अब्दुल हकीम मिलिट्री कांट्रेक्टर के तौर पर काम करते थे। निम्मी के जन्म का नाम ‘नवाब’ उनके दादा ने दिया था, जबकि उनकी दादी ने ‘बानो’ जोड़ा था। जब निम्मी सिर्फ 11 साल की थीं, तब अचानक उनकी मां का निधन हो गया था। इसलिए निम्मी की नानी ने आगे का लालन-पालन किया। 1947 में निम्मी की नानी मुंबई आईं और अपनी दूसरी बेटी ज्योति के घर रहने लगीं। ज्योति खुद एक एक्ट्रेस थीं। उन्होंने पॉप्युलर प्लेबैक सिंगर, एक्टर और म्यूजिक डायरेक्टर जीएम दुर्रानी से शादी की थी। निम्मी के मुंबई आने के बाद राज कपूर के साथ उनका फिल्मी करियर शुरू हुआ था।
बरसात फिल्म में मिला पहला ब्रेक
जानकारी के अनुसार, निम्मी की मासूमियत देखने के बाद राज कपूर ने 1949 में ‘बरसात’ में उन्हें प्रेम नाथ के अपोजिट कास्ट किया। ये मूवी जब रिलीज हुई तो इतिहास रच दिया। इसने बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की। फिल्म में राज कपूर, नरगिस और प्रेम नाथ जैसे सितारों के होने के बावजूद निम्मी ने अपना प्रभाव छोड़ा। इसके बाद निम्मी के लिए फिल्मों की बाढ़ आ गई। फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
इंटरव्यू में किया था खुलासा
उस वक्त हलचल मच गई थी, जब लंदन में एक विदेशी को हाथ चूमने से निम्मी ने मना कर दिया था। अगले दिन वो ‘द अनकिस्ड गर्ल ऑफ इंडिया’ के नाम से अखबार के पन्नों पर छपी थीं। उनकी एक्टिंग के लोग इतने कायल थे कि उन्हें हॉलीवुड से भी चार ऑफर मिले थे, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया था। निम्मी ने 2013 में एक इंटरव्यू में खुलासा किया था। बताया था कि ‘आन’ के लंदन प्रीमियर में उन्हें हॉलीवुड से चार ऑफर मिले थे। इनमें Cecil B भी थे, जिन्होंने उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ की थी। उन्होंने ऑफर को ठुकरा दिया था, क्योंकि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उनका करियर परवान पर था।
इन फिल्मों में देखिए शानदार अभिनय का प्रमाण
बरसात (1949), दीदार (1951), सजा (1951), भारत की पहली टेक्नीकलर फिल्म आन (1952), दाग (1952), आन (1952), अमर (1954), उड़न खटोला (1955), कुंदन (1955) और बसंत बहार (1956)।