New Delhi news : आम आदमी पार्टी संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में थोड़ा असहज नजर आये। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिल्ली में विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम को अपने कटु वचनों से तार-तार करने की कोशिश की। केजरीवाल ने तल्ख लहजे में कहा कि आज प्रधानमंत्री करीब 43 मिनट के भाषण में से 39 मिनट दिल्ली के लोगों और उनके द्वारा चुनी गयी सरकार के बारे में बोले। 2015 में दिल्ली के लोगों ने दिल्ली के लिये दो सरकारें चुनी थीं। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं है, इसलिए कुछ मुद्दे केन्द्र और कुछ दिल्ली सरकार के अधीन आते हैं। उसे अब 10 साल हो गये। दिल्ली सरकार ने इस 10 साल में कितने काम किये, अगर हम गिनायें, तो तीन घंटे भी कम पड़ जायेंगे।
केंद्र सरकार ने गिनाने वाला एक भी काम नहीं किया
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि इस दौरान केन्द्र सरकार ने एक भी ऐसा काम नहीं किया, जो प्रधानमंत्री आज अपने भाषण में गिना कर गये होते। अगर वह दस साल में काम किये होते, तो काम गिनाते। 2020 में प्रधानमंत्री ने दिल्ली के लोगों से कई वादे किये थे। उन्होंने भाजपा का संकल्प पत्र दिखाते हुए कहा कि उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कह गये थे कि 2022 तक दिल्ली में सभी को पक्के मकान बनाकर दे दिये जायेंगे। इस दौरान आज 1700 मकान की चाबियां दीं और इससे पहले कालका जी में 3000 मकानों की चाबियां दी हैं। पांच साल में यहीं मकान बनाये हैं। दिल्ली में 04 लाख झुग्गियां है, 15 लाख लोगों को मकान चाहिए, लेकिन कुल 4700 मकान दिये गये हैं। केजरीवाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि 2030 तक इस गति से फिर 1700 मकान ही बना पायेंगे।
कालकाजी में जो मकान मिले हैं, वहां नारकीय हालत
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कालकाजी में जो मकान मिले हैं, वहां नारकीय हालत है। न पेयजल है, न सीवर। आज प्रधानमंत्री ने तीन कालेजों की नींव रखी है। इस दौरान दिल्ली सरकार 22 हजार क्लासरूम बना दिये, तीन नये विवि, 11 नये वोकेशनल कालेज, 06 विवि कैम्पस बना दिये। हमारी काम करनेवाली सरकार है, शिलान्यास करनेवाली नहीं। पांच नये अस्पताल बनाये। मोहल्ला क्लीनिक बनाये। केन्द्र सरकार के पास अकूत धन और पावर है। केन्द्र सरकार दिल्ली सरकार से बड़ी लाइन खींच देती। केजरीवाल ने कहा कि 2019 में प्रधानमंत्री मोदी और हरदीप पुरी ने दिल्ली की कच्ची कालोनियों के 40 लाख लोगों को मालिकाना हक देने की बात कही थी, लेकिन अब तक 25 हजार लोगों की भी रजिस्ट्री नहीं हुई।उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री कह रहे थे कि दिल्ली में आपदा आयी हुई है, लेकिन मैं कहता हूं आपदा भाजपा में आयी है। भाजपा के पास न सीएम फेस है, न नैरेटिव है, न एजेंडा है। दिल्ली में सिर्फ एक आपदा है, खुलेआम गैंगस्टर गोलियां चला रहे हैं। व्यापारी सुरक्षा मांग रहे हैं। महिलाएं अपराधों से डरी-सहमी हैं। लेकिन, गृहमंत्री नहीं देख पा रहे हैं।