Dhanbad news : 1979 में अमिताभ बच्चन की काला पत्थर फिल्म रिलीज हुई थी। तत्कालीन बिहार में झरिया के चासनाला में हुई खान दुर्घटना पर यह फिल्म आधारित थी और इस फिल्म की शूटिंग यहीं आकर अमिताभ बच्चन ने की थी। ऐसी जानकारी तो बहुतों को होगी, लेकिन कल यानी सोमवार को केबीसी के हॉट सीट पर झरिया के कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने अमिताभ बच्चन के संबंध में उसे समय हुई घटना का एक्सक्लूसिव जिक्र किया।
दूषित पानी का अमिताभ की सेहत पर पड़ा था असर
कौशलेंद्र ने बताया, मुझे याद है कि आपने झरिया चासनाला आपदा के बाद काला पत्थर की शूटिंग की थी। यह घटना एक बांध के टूटने के कारण हुई थी। शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन पर दूषित पानी पड़ गया था, जिससे उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ा था। इसके बावजूद, बच्चन ने बिना ब्रेक लिए शूटिंग जारी रखी। अपने काम के प्रति और साधारण लग्न का परिचय दिया। कौशलेंद्र ने बताया कि अमिताभ के पिता हरिवंश राय बच्चन ने इस घटना के बारे में एक किताब में लिखा था।
सत्य के पक्ष में खड़ा होने की दृढ़ता
लोगों को पहली बार यह जानकारी मिली कि इस विषय को लेकर पिता और पुत्र के बीच का संवाद अत्यंत महत्वपूर्ण था। बात थी सत्य और दीर्घायु के चुनाव की। अमिताभ ने पिता से साफ कहा था की दीर्घायु और सत्य में से अगर चुनाव करना होगा तो मैं सत्य के पक्ष में खड़ा रहूंगा। अमिताभ ने दिल छूने वाले वाकये को याद करके इस बातचीत का समापन करते हुए कहा, हमारे घर में डिनर टेबल गोल थी। जब मैं बैठता था, तो मेरा मुंह उत्तर की ओर होता था, जबकि बाबूजी पूर्व की ओर मुंह करके बैठते थे। उन्होंने यह भी याद किया कि तब उनके पिता ने उनसे कहा था, आप आयुष्मान हो, हमारे लिए इतना ही काफी है।