Washington news : डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालते ही पाकिस्तान को करारा झटका लगा है। डोनाल्ड ट्रंप की ओर से जारी आदेश के बाद पाकिस्तान को मिलने वाली सभी विदेशी मदद बंद हो गई है। इसके कारण से पाकिस्तान में चल रहे कई जरूरी प्रोजेक्ट रुक गए हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान को मिलने वाली मदद की समीक्षा का फैसला लिया है। इसलिए रिव्यू होने तक यह रोक लगी रहेगी। इस कदम से पाकिस्तान में युनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डिवेलपमेंट की ओर से चल रही परियोजनाएं ठप हो गई हैं। इसके अलावा एम्बेस्डर्स फंड फॉर कल्चरल प्रिजरवेशन की ओर से चल रही परियोजनाएं भी अटक गई हैं।
रिव्यू होने तक मदद पर रोक लगाई गई है
इसके तहत पाकिस्तान में मौजूद ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण का काम चल रहा था। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार यह फंड पाकिस्तान में ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और उनके रखरखाव का काम करता है। कराची में स्थित अमेरिकी कौनसुलेट ने भी इसकी जानकारी दी है। उसका कहना है कि पाकिस्तान को मिलने वाली मदद की ट्रंप प्रशासन समीक्षा कर रहे हैं। ऐसे में रिव्यू होने तक मदद पर रोक का फैसला लिया गया है। इस फैसले से तुरंत ही पाकिस्तान में अमेरिकी मदद से चल रहे एनर्जी सेक्टर के 5 प्रोजेक्ट बंद हो गए हैं। इन परियोजनाओं में से एक पाकिस्तान क्लाइमेट फाइनेंसिंग ऐक्टिविटी है तो वहीं दूसरा प्रोग्राम क्लीन एनर्जी से जुड़ा है।
एग्रिकल्चर, आजीविका, खाद्य सुरक्षा, बाढ़, मौसम और शिक्षा से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स हो सकते हैं बंद
यही नहीं पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को गति देने वाले 4 प्रोजेक्ट्स भी रोके गए हैं। इनमें से एक सोशल प्रोटेक्शन ऐक्टिविटी प्रोग्राम 2025 के अंत तक ही समाप्त होना था। अमेरिकी कदम से हेल्थ, एग्रिकल्चर, आजीविका, खाद्य सुरक्षा, बाढ़, मौसम और शिक्षा से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स पर भी खतरा पैदा हो गया है। ट्रंप के इस आदेश से गवर्नेंस, ह्यूमन राइट्स से जुड़ी परियोजनाओं के लिए भी फंड की कमी होने की आशंका है। कुछ परियोजनाएं तो हमेशा के लिए बंद हो सकती हैं। अब तक यह जानकारी नहीं है कि अमेरिकी मदद से कितनी रकम के प्रोजेक्ट रुक गए हैं, लेकिन यह साफ है कि इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होगी। बता दें कि अमेरिका फर्स्ट की नीति की बात करने वाले डोनाल्ड ट्रंप विदेश में खर्च होने वाली रकम को नियंत्रित करना चाहते हैं। पाकिस्तान के लिए यह करारा झटका है, जो आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक समेत कई संस्थाओं से लगातार लोन ले रहा है। पाकिस्तान की कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्था के सामने नया झटका अब डोनाल्ड ट्रंप का फैसला है। बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने किसी देश का नाम लिए बिना ही कहा था कि ट्रंप प्रशासन विदेशी मदद की समीक्षा करने वाला है।