New Delhi news :केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि आनेवाले तीन सालों में हर जिले में कैंसर डे केयर सेंटर खोले जायेंगे। यह सरकार की कैंसर के उपचार के प्रति गम्भीरता को दर्शाता है।
मंगलवार को राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान “ग्रामीण क्षेत्रों में कैंसर-देखभाल और सुरक्षा” बिषय पर पूछे गये प्रश्नों के उत्तर देते हुए नड्डा ने कहा कि केन्द्र सरकार कैंसर स्क्रीनिंग पर ध्यान केन्द्रित कर रही है और टेलीमेडिसिन पर जोर दे रही है। हमने एक हब-एंड-स्पोक मॉडल विकसित किया है, जिससे सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) को सम्भावित कैंसर के लक्षणों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ये मरीज टेलीमेडिसिन के माध्यम से जिला, राज्य, और राष्ट्रीय संस्थानों से जुड़े हुए हैं, जहां उपयुक्त देखभाल के स्तर का निर्धारण किया जाता है, इस प्रकार समय की बचत होती है।
जेपी नड्डा ने कहा कि झज्जर में स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान, जिसमें 1,400 से अधिक बिस्तर हैं, विश्व स्तरीय कैंसर देखभाल का उदाहरण प्रस्तुत करता है। चित्तरंजन कैंसर केन्द्र और होमी भाभा संस्थान भी उपचार के मोर्चे पर बेहतर परिणाम दे रहे हैं। ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल का समर्थन करने के लिए 1.75 लाख आयुष्मान आरोग्य मंदिर कार्यरत हैं, जिनमें सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी कैंसर की जांच कराते हैं। इसके अलावा देश के 22 एम्स में भी यह सुविधा मौजूद है। उन्होंने कहा कि 16 मार्च 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार ओरल कैंसर स्क्रीनिंग के तहत 29.32 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की गयी है, जिसमें एक लाख 63 हजार कैंसर के मरीज मिले।इसके साथ स्तन कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए 15 करोड़ से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की गयी, जिसमें 57 हजार मरीज मिले। इसी तरह गर्भाशय कैंसर के लिए की गयी स्क्रीनिंग के तहत 09 करोड़ 48 लाख लोगों की जांच की गयी, जिसमें 97 हजार कैंसर के मरीज मिले हैं। ग्रामीण क्षेत्र में कैंसर से बचाव और इलाज के इंतजाम के प्रश्न का उत्तर देते हुए नड्डा ने कहा कि देश में एक लाख 75 हजार आरोग्य मंदिर में कैंसर की स्क्रीनिंग की जा रही है। मौजूदा समय में देश में 372 डे केयर सेंटर हैं। इस बार वित्त मंत्री ने बजट में हर जिले में कैंसर डे केयर सेंटर खोलने की घोषणा की है।