झारखंड के जाने-माने ज्योतिषी आचार्य ए.के. मिश्रा ने दी जानकारी
Ranchi news : चैत्र मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि गुरुवार 03 अप्रैल को महाषष्ठी (छठ) व्रत है। अत: छठ महापर्व का प्रथम संयम नहाय खाय मंगलवार 01 अप्रैल को किया गया। इस दिन नियमादि हेतु दिवा 09:26 के बाद ही करना चाहिए। अतः, सर्वोत्तम मुहूर्त दिवा 09:27 बजे से दिवा 1:21 बजे तक रहा। यह कहना है झारखंड के जाने-माने ज्योतिषी आचार्य ए.के. मिश्रा का।
उन्होंने बताया कि छठ महाव्रत का द्वितीय संयम यानी चैती छठ व्रत का खरना (लोहंडा) बुधवार 02 अप्रैल को सम्पन्न किया जा रहा है। इस दिन पूजन हेतु सर्वोत्तम मुहूर्त संध्या 07:28 बजे से रात्रि 10:21 बजे तक रहा।
आचार्य जी ने कहा कि गुरुवार 03 अप्रैल को चैत्र षष्ठी (छठ) महाव्रत है। इस दिन अस्ताचलगामी सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करने हेतु सर्वोत्तम मुहूर्त दिवा 4:28 बजे से संध्या 5:59 बजे तक है।
उन्होंने बताया कि चैत्र माह शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि शुक्रवार 04 अप्रैल को प्रात: उदीयमान सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित करने हेतु सर्वोत्तम मुहूर्त प्रात: 05:36 बजे से प्रात: 07:10 बजे तक है। इस दिन छठ व्रती छठ महाव्रत का पारण, अर्घ्यार्पण एवं अन्य कुलाचार विधानोपरांत दिवा 10:14 बजे से पूर्व किसी भी समय कर सकते हैं। आचार्य ए. के. मिश्रा ने इस पावन अवसर पर समस्त झारखंडवासियों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।