New Delhi news : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कहा कि सरकार ने केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की पहली महिला बटालियन के गठन को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि यह महिला बटालियन हवाईअड्डों और मेट्रो रेल जैसी देश की महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढांचे की सुरक्षा की जिम्मेदारी सम्भालेंगी और कमांडो के रूप में वीआईपी को सुरक्षा प्रदान करेगी।
गृह मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि राष्ट्र निर्माण के हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने की दिशा में मजबूत कदम उठाते हुए मोदी सरकार ने सीआईएसएफ की पहली महिला बटालियन की स्थापना को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि एक विशिष्ट सैन्य टुकड़ी के रूप में गठित की जानेवाली महिला बटालियन देश के महत्त्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे हवाई अड्डों और मेट्रो रेल की सुरक्षा और कमांडो के रूप में वीआईपी सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी सम्भालेगी।
शाह ने कहा कि यह निर्णय निश्चित रूप से राष्ट्र की रक्षा के महत्त्वपूर्ण कार्य में भाग लेने की और अधिक महिलाओं की आकांक्षाओं को पूरा करेगा।
बल में महिलाओं की संख्या 07 प्रतिशत से अधिक
गृह मंत्रालय के अनुसार केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल उन महिलाओं के लिए पसंदीदा विकल्प रहा है, जो केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल में देश की सेवा करना चाहती हैं। वर्तमान में बल में महिलाओं की संख्या 07 प्रतिशत से अधिक है। महिला बटालियन के जुड़ने से देश की अधिक महत्त्वाकांक्षी युवा महिलाओं को सीआईएसएफ में शामिल होने और देश की सेवा करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। इससे सीआईएसएफ में महिलाओं को एक नयी पहचान मिलेगी।
सीआईएसएफ मुख्यालय ने नयी बटालियन के मुख्यालय के लिए शीघ्र भर्ती, प्रशिक्षण और स्थान के चयन की तैयारी शुरू कर दी है। प्रशिक्षण विशेष रूप से एक विशिष्ट बटालियन तैयार करने के लिए डिजाइन किया जा रहा है, ताकि महिला बटालियन के कर्मियों को वीआईपी सुरक्षा के साथ हवाई अड्डों, दिल्ली मेट्रो रेल ड्यूटी की सुरक्षा में कमांडो के रूप में बहुविध भूमिका निभाने के लिए सक्षम बनाया जा सके।
53वें सीआईएसएफ दिवस समारोह के अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के आलोक में बल में महिला बटालियन बनाने के प्रस्ताव पर कार्य शुरू किया गया था।