Ranchi News : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा है कि राज्य का हर गरीब और पिछड़े का कल्याण करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि उनके इसी तरह के संकल्पों के कारण सत्ता फिर उन्हें मिली है। मुख्यमंत्री ने ये बातें गुरुवार को बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर हुए वाद-विवाद के बाद विपक्ष के सवालों के जवाब में कहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार जाति और धर्म से ऊपर उठ कर काम कर रही है। हमारी विशेष नजर राज्य के कमजोर वर्गों पर है”विपक्ष का काम केवल कटाक्ष करना रह गया है“
उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद राज्य को ऐसी कीचड़ में धकेल दिया दिया गया कि उसे निकालने में उनकी सरकार के पसीने छूट गये। उन्होंंने कहा कि सरकार के किसी भी सही फैसले की विपक्ष सराहना नहीं करता, बल्कि विपक्ष का काम केवल कटाक्ष करना रह गया है।
मुख्यमंत्री ने गढ़वा के विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि रिम्स में इलाज के लिए मरीज सीधा दूसरे जिलों से आ सकते हैं। उन्हें बीच में दूसरे सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए नहीं रोका जाता है। ऐसा कोई सरकारी आदेश नहीं है। यदि किसी ने इस तरह का आदेश जारी किया है, तो उस पर सरकार जरूर कार्रवाई करेगी।
“राज्य के मरीजों के लिए एयर एम्बुलेंस मुहैया करानेवाला झारखंड देश का पहला राज्य“
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मरीजों के लिए एयर एम्बुलेंस मुहैया करानेवाला झारखंड देश का पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि रिम्स को लेकर आये दिन खबरें मिलती रहती हैं। यह स्थिति यहां मरीजों की अत्यधिक भीड़ के कारण पैदा होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आनेवाले पांच वर्षों में रिम्स का जीर्णोद्धार किया जायेगा। इसके लोड को कम करने के लिए रांची में एक और मेडिकल कॉलेज खोला जायेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की यह शुरुआत है। विपक्ष को अभी बहुत फील्डिंग करनी है। सरकार विपक्ष के हर बॉल पर छक्का मारेगी। उन्होंने केन्द्र सरकार पर झारखंड के साथ सौतेला रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि खेलों के विकास के लिए केन्द्र सरकार अकेले गुजरात को कुल राशि का 30 प्रतिशत पैसा देती है, जबकि झारखंड को महज 20-30 करोड़ ही मिलते हैं, जबकि यहां के खिलाड़ी हमेशा मेडल प्राप्त करते रहते हैं।
भाजपा विधायक सीपी सिंह की ओर से बालू नहीं मिलने के सवाल पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने जवाब देते हुए आरोप को निराधार बताया। इस पर विपक्ष नाराज हो गया और नारेबाजी करते हुए बेल में पहुंच गया, फिर वॉकआउट कर गया। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष को जवाब देने के लिए वह पूरी तैयारी कर के आये थे, लेकिन सदन में विपक्ष मौजूद नहीं है।