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मोहब्बत की दुकान में नफरत का सौदा : शिवराज

मोहब्बत की दुकान में नफरत का सौदा : शिवराज

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Giridih News : केन्द्रीय कृषि मंत्री और भाजपा के झारखंड विधानसभा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को गिरिडीह विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी निर्भय कुमार शाहबादी और देवघर विधानसभा से उम्मीदवार नारायण दास के नामांकन जनसभा को भी सम्बोधित करते हुए कहा कि जेएमएम-कांग्रेस की सरकार के रहते झारखंड कभी भी सुखी नहीं रह सकता है।
शिवराज ने कहा कि जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन की सरकार में आज झारखंड की क्या हालत हो गयी है। यहां हर दिन बहनें अपमानित की जा रही हैं। बहनों का सम्मान सुरक्षित नहीं है। राहुल गांधी कहते हैं, ‘मैं मोहब्बत की दुकान चलाता हूं’ और झारखंड में उनकी मोहब्बत की दुकान इरफान अंसारी चला रहे हैं। ये क्या मोहब्बत की दुकान चलायेंगे। बहन-बेटियों का अपमान करनेवाले असल में नफरत के सौदागर हैं। शिवराज ने कहा कि अभी सीता सोरेन को इरफान अंसारी ने अपमानित करने का काम किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुप्पी साधे बैठे हैं।

झारखंड में बेटियां सुरक्षित नहीं

शिवराज ने कहा कि झारखंड में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। विदेशी घुसपैठिये आ रहे हैं। क्योंकि, वे इनके वोट बैंक है। यह चुनाव केवल किसी सत्ता के स्वर्ण सिंहासन पर बैठने का चुनाव नहीं है, बल्कि यह चुनाव झारखंड की धरती को बचाने का चुनाव है। संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी 44 प्रतिशत थी, लेकिन अब केवल 28 प्रतिशत रह गयी है। यहां कौन आकर बस गया है? कब तक सोते रहोगे? याद रखना, यह बेईमान सरकार फिर से आ गयी, तो पांच साल में झारखंड को पूरी तरह तबाह और बर्बाद कर देगी। झारखंड में सिर्फ भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही रोटी, माटी, बेटी को सुरक्षित करेगी। यह भाजपा का संकल्प है।

पांच साल में एक वादा पूरा नहीं किया

शिवराज ने कहा कि हेमन्त सोरेन ने पांच साल में एक वादा पूरा नहीं किया। चार साल 10 महीने कुछ नहीं दिया और चुनाव आते ही बहनों के खाते में एक हजार रुपये डाल दिये, जबकि जेएमएम ने बहनों से वादा किया था कि उन्हें प्रति माह चूल्हा खर्च के लिए 02 हजार रुपये की राशि दी जायेगी। इस हिसाब से एक साल के 24 हजार रुपये होते हैं। पांच साल के 01 लाख 20 हजार रुपये बहनों के खातों में आने चाहिए थे, लेकिन आये केवल 02 हजार। पहले हेमन्त सोरेन पूरी राशि बहनों के खाते में डालें।

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