New Delhi news : आज का भारत यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व का भारत विश्व गुरु बनने की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। लोकतंत्र में विरोध की बात स्वाभाविक है, लेकिन भारत के विश्व गुरु बनने की आगे बढ़ती प्रक्रिया से कोई इनकार नहीं कर सकता है। आज के समय में शायद ही कोई देश हो जहां भारत के लोग किसी न किसी रूप में नहीं रहते और जहां कहीं पर भी यहां के लोग रहते हैं, वहां होली के दिन होली का त्योहार जमकर मानते हैं। फिर तो इसे विश्व पर्व कहा ही जाएगा। लेकिन, इससे इतर हम बात करना चाह रहे हैं एक विशेष देश की जहां होली मनाने की परंपरा भारतीय परंपरा से कम प्राचीन नहीं है और यह देश है नेपाल।
हिंदू राष्ट्र होने का गौरव
हम सभी जानते हैं कि लंबे समय तक नेपाल हिंदू राष्ट्र के स्वरूप के रूप में स्थापित रहा। भले अब वहां की राजनीति और समाज की स्थिति में बदलाव के कारण विशुद्ध रूप से उसे हिंदू राष्ट्र नहीं कहा जा सकता है, लेकिन हिंदू राष्ट्रीयता की भावना वहां के लोगों में बरकरार है और वहां लोग जमकर सदियों से होली मानते हैं।
नेपाल के कोने-कोने में मनाई जाती है होली
नेपाल की राजधानी काठमांडू है। राजधानी में ही नहीं बल्कि नेपाल के अन्य हिस्सों में भी यहां तक की पहाड़ी जिलों में भी जमकर होली मनाई जाती है। गत रविवार से ही होली की धूम शुरू हो चुकी है। रंग, अबीर और गुलाल से धरती से लेकर आसमान तक सतरंगी हो गए हैं। देश के दक्षिणी मैदानी इलाके तराई में यह त्योहार सोमवार को मनाई गई।
राष्ट्रपति पौडेल की शुभकामना
नेपाल के राष्ट्रपति रामचंन्द्र पौडेल ने होली के अवसर पर अपने संदेश और शुभकामना में विश्वास व्यक्त किया कि होली से समाज में आपसी सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा तथा राष्ट्रीय एकता और मजबूत होगी। अन्याय पर न्याय की जीत और बुराई पर सदाचार की जीत का उत्सव बताया।
सुरक्षा का व्यापक इंतजाम
नेपाल में होली में शांति और सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किया गया है। होली के त्योहार पर यहां कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए घाटी में लगभग 5,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया। शांति से होली मनाने और सद्भाव बनाए रखने के लिए हर स्तर पर शासन प्रशासन ने जबरदस्त तैयारी की है।