NewYork news : दीपों का पर्व दीपावली हमारी भारतीय संस्कृति की अटूट निशानी है। अब हमारी भारतीय संस्कृति देश की सीमा पार कर विदेश में भी दिल से मान्यता प्राप्त कर रही है। इसका उदाहरण दीपावली के दिन अमेरिका के न्यूयॉर्क के स्कूलों में अवकाश घोषित किया जाना है। इससे भारत ही नहीं दुनिया के किसी भी कोने में रहने वाले भारत के लोगों का गौरव बढ़ जाता है। अब अमेरिकी संसद में भी दिवाली पर राष्ट्रीय अवकाश की मांग तेज हो रही है। बैंक अमेरिका की जमीन पर भारतवंशियों की मजबूती का नतीजा है कि दिवाली का पर्व अब भारत के साथ-साथ अमेरिका में भी विशेष रूप से मनाया जा रहा है।
व्हाइट हाउस में दिवाली के दीये और मिलन समारोह
न्यूयॉर्क में स्कूलों में छुट्टी का ऐलान न्यूयॉर्क सिटी के मेयर एरिक एडम्स ने किया। इस पहल को न्यूयॉर्क सिटी में रहने वाले भारतीय समुदाय के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। न्यूयॉर्क सिटी में दिवाली पर छुट्टी का ऐलान हुआ तो वॉशिंगटन के व्हाइट हाउस में जो बाइडेन ने दिवाली के दीये जलाकर सबको शुभकामनाएं दी। अमेरिकी राष्ट्रपति के इस दिवाली मिलन समारोह में यूएसए के सांसदों, अधिकारियों और कॉर्पोरेट जगत के दिग्गजों समेत 600 से ज्यादा प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकी इस मौके पर शामिल हुए।
भारतवंशी अमेरिकी हस्तियों का महत्व
आज के समय में देखा जाए तो अमेरिका की सुपर पावर ताकत में हिंदुस्तानियों की ताकत का लोहा दुनिया देख रही है। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, माइक्रेसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला, एडोब कंपनी के सीईओ शांतनु नारायण, IBM के सीईओ अरविंद कृष्णा और यू ट्यूब के सीईओ नील मोहन जैसे नाम दुनिया पर राज करने वाली कंपनियों को लीड कर रहे हैं।
विश्व अंतरिक्ष में दिवाली की आवाज
दूसरी ओर अंतरिक्ष स्टेशन में मौजूद सुनीता विलियम्स ने दिवाली पर अपना रिकॉर्डेड मैसेज जारी कर कहा, ‘इस साल मुझे पृथ्वी के करीब 260 मील ऊपर ISS पर दिवाली मनाने का अनूठा अवसर मिला है। मेरे पिता ने हमें दिवाली और अन्य भारतीय त्योहारों के बारे में सिखाकर अपनी सांस्कृतिक जड़ों को बनाए रखा और साझा किया।विलियम्स ने दिवाली को खुशी का मौका बताया, क्योंकि इससे दुनिया में अच्छाई कायम रहती है।