Ranchi news : मनी लांड्रिंग केस की जांच कर रही एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) की रांची टीम ने बांग्लादेशी घुसपैठ के संबंध में बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दो बांग्लादेशी समेत चार आरोपियों से पांच दिनों तक रिमांड पर पूछताछ के दौरान चौंकाने वाली जानकारी मिली है। रिमांड के पांचवें दिन शुक्रवार को ईडी ने चारों को पीएमएलए की रांची स्थित विशेष अदालत में प्रस्तुत किया। कोर्ट के आदेश के बाद सभी न्यायिक हिरासत में रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिए गए हैं।
मनीषा झारखंड की एजेंट
रिमांड के दौरान पूछताछ में रोनी मंडल व उसकी सहयोगी पिंकी बसु मुखर्जी ने स्वीकार किया है कि मनीषा राय नाम की लड़की बांग्लादेशी लड़कियों के लिए झारखंड की एजेंट है। वह झारखंड खासकर रांची के होटल व रिसोर्ट में जिस्मफरोशी के लिए बांग्लादेशी लड़कियों की तस्करी में शामिल थी। मनीषा को रांची पुलिस के साथ-साथ ईडी भी तलाश रही है।
42 मोबाइल नंबरों की जानकारी
रिमांड पर पूछताछ के बाद जेल भेजे जाने वाले आरोपियों में दो बांग्लादेशी नागरिक रोनी मंडल व संदीप चौधरी के अलावा पश्चिम बंगाल का पिंटू हलधर व पिंकी बसु मुखर्जी शामिल हैं। पूछताछ में रोनी मंडल ने अपने बांग्लादेशी सहयोगियों के बारे में भी जानकारी दी है। रिमांड पर रोनी मंडल ने सभी 42 नंबरों के बांग्लादेशी धारकों की जानकारी दी है।
मनीषा तस्करी की मास्टरमाइंड
पूछताछ में मनीषा राय को बांग्लादेशी लड़कियों की तस्करी का मास्टरमाइंड बताया है। उसने यह भी बताया है कि लड़कियां बांग्लादेश सीमा पार कराई जाती थी, उन्हें लेकर सभी कोलकाता जाते थे। वहां उनके नाम बदले जाते थे और फिर उन्हें फर्जी दस्तावेज के आधार पर भारतीय नागरिकता दिलाकर ये तस्कर कार आदि के माध्यम से झारखंड सीमा में प्रवेश करवाते थे।
भारत-बांग्लादेश सीमा की जानकारी
ईडी को रिमांड पर पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि मनीषा राय व झुमा नाम की लड़की को भारत-बांग्लादेश सीमा की बेहतर जानकारी है। बीएसएफ के जवान कहां नहीं रहेंगे, कब कैसे सीमा पार कर बांग्लादेश से भारत की सीमा में प्रवेश करना है, दोनों को बेहतर जानकारी है। दोनों लड़कियां एक-दो लड़की को एक बार में बार्डर पार करवाती थीं और उन्हें कोलकाता भेजती थीं। वहां उन्हें ब्यूटी पार्लर में काम दिलाने का झांसा देकर रांची के होटल, रिसोर्ट में लाया जाता था।