Kolkata news : शुक्रवार की रात दो बजे बंगाल की खाड़ी में एक बड़ी घटना घटी। मछली पकड़ने गए मछुआरों का एक ट्रालर अचानक चली तेज हवा की चपेट में आने से पलट गया। ट्रालर पर सवार आठ मछुआरों ने करीब चार घंटे तक तैर कर अपनी जान बचाने सफल रहे, लेकिन उनके साथी नौ अन्य मछुआरे लापता हैं। उन्हें तलाशने के लिए गोताखोरों की टीम को भेजी गई है। बचकर लौटे मछुआरों का दक्षिण 24 परगना जिले के काकद्वीप सब-डिविजनल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
एफबी गोविंद ट्रालर से गहरे समुद्र में मछली पकड़ने गए थे 17 मछुआरे
बताया गया कि एफबी गोविंद नामक ट्रालर पर सवार होकर 17 मछुआरे गहरे समुद्र में मछली पकड़ने गए थे। बाघेर टापू से करीब 60 किमी दूर समुद्र में उनका ट्रालर पलट गया और सभी मछुआरे पानी में गिर गए। उनमें से आठ मछुआरे चार घंटे से अधिक समय तक समुद्र में तैरते रहे और शनिवार की सुबह एक अन्य ट्रालर को देखकर मदद के लिए आवाज लगाई। उनकी आवाज सुनकर ट्रालर पर सवार अन्य लोगों ने इन आठ मछुआरों को बचा लिया, लेकिन नौ का कुछ पता नहीं चला।
रात और समुद्र की गहराइयों में हम कहां गिरे, भान नहीं
बचकर लौटे मछुआरों में से एक समीर मंडल के अनुसार अचानक हवा के तेज झोंके के कारण ट्रालर समुद्र में पलट गया। हमारे कुछ साथी किसी तरह से बाहर निकल आए, लेकिन अन्य कहां है पता नहीं। मैं चार घंटे तक तैरता रहा। एक अन्य मछुआरे श्रीनिवास दास ने कहा कि मैं नहीं कह सकता कि हम कहां गिरे। किसी तरह मैं तैरने लगा। बाद में सुबह मैंने एक ट्रालर को देखा और चिल्लाया। उन्होंने हमें देख लिया और हमें बचा लिया। इधर, समय बीतने के साथ लापता मछुआरों के परिवारों को चिंता सताने लगी है।