बिहार में बवाल : सोनू बना मोहरा, पर्दे के पीछे कोई और मास्टर माइंड, बर्चस्व के लिए टाल क्षेत्र होता रहा है अशांत
Patna news : मोकामा का टाल क्षेत्र दाल का कटोरा कहा जाता है। यह इलाका राजनीतिक रूप से भी काफी उर्वर है। यहां की राजनीति पर दबंग अनंत सिंह और उनके परिजनों का कब्जा रहा है। पिछले दिनों अनंत सिंह और गैंगस्टर सोनू-मोनू के समर्थकों के बीच जमकर गोलीबारी हुई। गोलीबारी के बाद नीतीश कुमार के कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे। सवाल उठना लाजिमी भी था। पिछले लोकसभा चुनाव में मुंगेर के जदयू प्रत्याशी ललन सिंह के पक्ष में अनंत सिंह ताल ठोककर मैदान में थे।
इस घटना के बाद जब विरोधियों ने सरकार को घेरना शुरू किया, तो अनंत सिंह ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया। उधर अनंत के विरोधी सोनू सिंह ने भी पटना के पचमहला थाना में सरेंडर कर दिया। अनंत के समर्थक रौशन सिंह को भी गिरफ्तार किया गया। आज जो लोग अनंत के दुश्मन बने हुए हैं, कल तक वे अनंत के ही समर्थक थे। ठेका-पट्टा और धन विवाद के कारण आज अनंत के लोग ही उनके जान के दुश्मन बने हुए हैं। बाढ़ में जब एनटीपीसी की नींव पड़ी, तबसे ठेकों को लेकर विवाद शुरु हुआ। इस विवाद में दर्जनों लोगों की जानें गई। जानकार लोगों का कहना है कि सोनू सिंह अपने दम पर अनंत सिंह से सीधी लड़ाई नहीं लड़ सकता। सोनू को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भोला सिंह का समर्थन प्राप्त है। अनंत सिंह धन के मामले में भले मजबूत हों, लेकिन भोला का नेटवर्क बिहार, उत्तर प्रदेश, बंगाल के साथ-साथ हरियाणा में भी मजबूत है। अनंत सिंह के ज्यादा समर्थक अगड़ी जाति के हैं, जबकि भोला सिंह की पैठ पिछड़ी जाति में ज्यादा है। पटना में संजय सिंह और राजीव सिंह की हत्या भी इन्हीं दो गुटों के बीच विवाद के कारण हुई।
भोला और अनंत की लड़ाई के कारण जदयू के एक सांसद पर भी विरोधी सवाल खड़े करने लगे हैं। हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में जातीय आधार पर दोनों दबंगों ने समर्थन दिया था। अब सांसद के लिए परेशानी इस बात की है कि वे किसकी मदद करें। यदि वे अनंत की मदद करते हैं, तो भोला नाराज होंगे। ऐसी स्थिति में सांसद अपने को तटस्थ बताने में लगे हैं। प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार में कानून का राज है, कानून अपना काम करेगा। इधर उस घटना को लेकर बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का भी बड़ा बयान आया है। सम्राट ने अपने बयान में कहा है कि नीतीश के शासनकाल में कानून का सब कुछ चलता है। न्यायालय से तय होगा कि मोकामा की घटना में कौन दोषी है और कौन निर्दोष?