Haridwar news : शहीद भगत सिंह को दी गयी फांसी के लिए लाहौर (वर्तमान पाकिस्तान) हाईकोर्ट में चले मुकदमे के ट्रायल दस्तावेजों को गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय को उपलब्ध करानेवाले पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रहे खलीलउर्रहमान रामदे बुधवार को गुरुकुल कांगड़ी पहुंचे। वहां रामदे ने पाकिस्तान से आकर बसे लक्ष्मण शर्मा से मुलाकात की।
रामदे देहरादून में एक प्राइवेट शिक्षण संस्थान के कार्यक्रम में शिरकत करने आये थे। वहां से लौटते हुए वह 2012 में पाकिस्तान से आकर गुरुकुल कांगड़ी में रह रहे लक्ष्मण शर्मा के निवास पर पहुंचे। रामदे ने बताया कि वह लक्ष्मण शर्मा की पत्नी रेती देवी को पुत्रीवत ही मानते हैं। गुरुकुल के सुरम्य वातावरण को देखकर रामदे ने कहा कि विश्व में ऐसी शिक्षा संस्था और कहीं नहीं है। यहां की शिक्षा व्यवस्था और छात्रों के शोध कार्य पर प्रसन्नता व्यक्त की। कहा कि यह संस्थान स्वामी श्रद्धानंद जी महाराज के समय से ही देश दुनिया को प्रेरणा देता आया है।
उन्होंने शहीद भगत सिंह के बलिदान पर कहा कि भगत सिंह भारत के ही नहीं, वह तो तत्कालीन सम्पूर्ण हिन्दुस्तान के नायक थे, जिन्होंने अपने बलिदान से भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में नयी जान फूंक दी थी। वर्तमान भारत के साथ ही पाकिस्तान और बांग्लादेश भी भगत सिंह का हमेशा ऋणी रहेगा।