UP news : केन्द्रीय चुनाव आयोग के सख्त निर्देश के बावजूद विधानसभा उपचुनाव में पुलिस कर्मियों द्वारा मतदाताओं के पहचान पत्रों की जांच करने के दोषी पाये गये पांच पुलिस कर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इनमें से चार सब इंस्पेक्टर और एक हेड कांस्टेबिल शामिल हैं। निलंबित दो सब इंस्पेक्टर कानपुर नगर के सीसीमऊ विधानसभा क्षेत्र में तैनात थे। दो सब इंस्पेक्टर मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधान सभा क्षेत्र और एक हेड कांस्टेबिल मुरादाबाद के कुंदरकी विधान सभा क्षेत्र में तैनात था। मुरादाबाद के कुंदरकी विधान सभा क्षेत्र में मतदाताओं से अभद्रता करने और उनकी आईडी की जांच करने के दोषी एक हेड कांस्टेबिल विपिन सिरोही को निलंबित किया गया और आठ पुलिस कर्मियों में से सब इंस्पेक्टर अमरपाल, हेड कांस्टेबिल देवेन्द्र कुमार, रिजवान, योगेन्द्र कुमार, अजय सिंह और कांस्टेबल मूलचंद के अलावा दो महिला कांस्टेबल दीपिका व लक्ष्मी को वहां के जिला अधिकारी ने शिकायत मिलने पर तत्काल मतदान ड्यूटी से हटा दिया।
कानपुर नगर के सीसामऊ के हलीम इण्टर कालेज मतदान केन्द्र पर तैनात सब इंस्पेक्टर अरुण सिंह और राकेश नादर को मतदाताओं के पहचान पत्र की अनधिकृत तौर पर जांच करने का दोषी पाये जाने पर तत्काल निलम्बित कर दिया गया। मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान अनधिकृत तौर पर मतदाताओं के पहचान पत्र की जांच करने के दोषी पाये जाने पर शाहपुर थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर नीरज कुमार और थाना भोपा में तैनात सब इंस्पेक्टर ओमपाल सिंह को निलंबित किया गया है। मीरापुर में ही मतदान के दौरान ककरौली थानाक्षेत्र के एसएचओ राजीव शर्मा द्वारा अपना सर्विस रिवाल्वर निकालकर मतदाताओं को खदेड़ने के मामले में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक्स पर बयान जारी करके केन्द्रीय चुनाव आयोग से उन्हें तत्काल निलंबित किये जाने की मांग की है। अखिलेश ने आरोप लगाया है कि उक्त एसएचओ ने रिवाल्वर से धमका कर मतदाताओं को मतदान करने से रोका। हालांकि देर शाम तक इस एसएचओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
बताते चलें कि राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदान की पूर्वसंध्या पर मंगलवार की शाम को विश्ववार्ता ब्यूरो से बातचीत में यह स्पष्ट कर दिया था कि कोई भी पुलिस या सुरक्षा बल कर्मी मतदाताओं के पहचान पत्र की जांच नहीं करेगा। यह काम मतदान ड्यूटी में लगे कार्मिकों, पीठासीन अधिकारियों का है वही लोग करेंगे। इस बारे में सभी नौ विधान सभा क्षेत्र के सम्बंधित जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को आदेश भी जारी कर दिये गये थे। मगर इसके बावजूद पुलिस कर्मियों ने केन्द्रीय चुनाव आयोग के आदेश की अवहेलना की। मुजफ्फरनगर के मीरापुर विधान सभा क्षेत्र में मतदान के दौरान रालोद प्रत्याशी मिथिलेश पाल ने पूर्व सांसद कादिर राणा पर फर्जी मतदान करवाने का आरोप लगाया। चुनाव आयोग से इसकी शिकायत भी की। मिथिलेश पाल ने ईखेड़ी-ककरौली सहित कई क्षेत्र में मतदान में धांधली का आरोप लगाया। सपा उम्मीदवार सुम्बुल राणा ने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर मतदान में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। कानपुर नगर के सीसीमऊ विधान सभा क्षेत्र के जीआईसी ग्राउंड पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। इस दौरान भाजपा उम्मीदवार सुरेश अवस्थी मतदान केन्द्र पहुंच गये और वहां पर उनका पुलिस के एसीपी से विवाद भी हुआ।
मुरादाबाद के कुंदरकी विधान सभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान ने मतणना का बहिष्कार करने की घोषणा करते हुए पुनर्मतदान करवाए जाने की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि डीएम-एसपी ने अपने सामने बूथ कैप्चरिंग करवाई है। इधर लखनऊ में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सपा समर्थित गुण्डों ने जघन्य अपराध किया है। करहल में दलित बेटी की सपाइयों ने हत्या कर दी। वह भाजपा को वोट देना चाहती थी। सपा अब यादव समाज की नहीं, केवल एक परिवार की पार्टी रह गयी है। अम्बेडकरनगर से सपा सांसद लालजी वर्मा की पुलिस से नोकझोंक हो गयी। उसके बाद सांसद भड़क गये। यहां मझवां से सपा प्रत्याशी ज्योति बिंद ने चुनाव आयोग से मतदान के दौरान गड़बड़ी की शिकायत भी की।