New Delhi news : प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी। एंप्लॉयमेंट प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) ने पेंशन सिस्टम को और आकर्षक बनाने के लिए बड़ी पहल करने की शुरुआत की है।
बढ़ेगी मिनिमम पेंशन राशि
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पेंशनधारक तथा उसके जीवन साथी की मृत्यु के बाद पेंशन फंड में जमा राशि उसके बच्चों को देने का प्रस्ताव है। श्रम मंत्रालय ईपीएफ के सदस्यों को पेंशन योजना से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिहाज से इस प्रस्ताव को अहम मान रहा है। मिनिमम पेंशन राशि ₹1000 को भी बढ़ने का प्रस्ताव है। हाई लेवल विचार-विमर्श के दौरान साफ कहा गया कि बड़ी संख्या में ईपीएफ सदस्यों की दुविधा है कि पेंशन फंड में जमा उनकी रकम पेंशन लाभ के बाद वापस नहीं मिल पाएगी। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सरकार का मत स्पष्ट है कि पेंशन कार्पस की राशि उसके सदस्यों की है। पेंशन फंड में जमा रकम से उन्हें पेंशन मिलेगी और उनकी मृत्यु के बाद पति या पत्नी को परिवार पेंशन का लाभ मिलेगा। दोनों की मृत्यु हो जाने के बाद पेंशन फंड की बची जमा राशि उनके नामित-आश्रित बच्चों को मिल जाएगी।
80 लाख से अधिक लोगों को मिल रही पेंशन
बता दें कि 80,28,862 सदस्यों को मिल रही पेंशन ईपीएस स्कीम के तहत वर्तमान समय में 970 करोड़ रुपये का भुगतान किया था। केंद्र सरकार ने न्यूनतम पेंशन के लिए वित्त वर्ष 22-23 में 1,223 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। सरकार का योगदान न्यूनतम पेंशन प्रविधान सुनिश्चित करने के लिए वित्त वर्ष 2023-24 में और बढेगी।