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: मोबाइल फोन मैन्यूफैक्चरिंग से जुड़ी प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेटिंव (PLI) योजना की आपार सफलता के बाद मोदी सरकार ने आइटी हार्डवेयर (IT hardware) से जुड़ी नई पीएलआइ के अंतर्गत 27 कंपनियां को उत्पादन की मंजूरी दे दी है। आइटी हार्डवेयर पीएलआइ 2.0 के तहत लैपटाप, पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) टैबलेट, सर्वर, अल्ट्रा स्माल फार्म फैक्टर डिवाइस और आल-इन-वन पीसी का घरेलू स्तर पर उत्पादन किया जाएगा। इसके साथ ही अब मेड-इन-इंडिया लैपटाप, पीसी की मैन्यूफैक्चरिंग का रास्ता बिल्कुल साफ हो गया है।
23 कंपनियां पहले दिन से ही मैन्युफैक्चरिंग को तैयार
केंद्रीय इलेक्ट्रानिक्स व आइटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को चयनित की गईं कंपनियों के नाम सार्वजनिक किए। उन्होंने कहा कि 27 में से 23 मतलब 95 प्रतिशत कंपनियां पहले दिन से मैन्यूफैक्चरिंग करने को तैयार हैं। वहीं, शेष चार कंपनियां तीन माह के भीतर मैन्यूफैक्चरिंग शुरू कर देंगी। इस योजना के तहत सभी कंपनियां आइटी हार्डवेयर मैन्यूफैक्चरिंग पर चरणबद्ध तरीके से तीन हजार करोड़ रुपये का निवेश करेंगी। चयनित कंपनियों में डेल, एचपी, फ्लैक्स्ट्रानिक्स और फाक्सकान जैसी कंपनियों के नाम शामिल हैं। सूची में कुछ बड़ी कंपनियों के नाम शामिल न होने पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ लोग मूल्यांकन कर रहे हैं और अपनी योजनाएं बना रहे हैं। यह सिर्फ समय का सवाल है। हालांकि, उन्होंने किसी कंपनी का नाम नहीं लिया। चयनितों में घरेलू और वैश्विक कंपनियां शामिल हैं। सरकार ने इस योजना को ऐसे समय में मंजूरी दी है, जब भारत दिग्गज वैश्विक हार्डवेयर निर्माता कंपनियों को नीतिगत और अन्य प्रोत्साहन योजना के जरिये लुभा रहा है और खुद को हाई-टेक मैन्यूफैक्चरिंग के लिए वैश्विक पावरहाउस के रूप में स्थापित करने के लिए प्रयास कर रहा है।
मोदी सरकार ने इसी वर्ष दी थी नई पीएलआइ को मंजूरी
नरेंद्र मोदी केबिनेट ने आइटी हार्डवेयर के लिए इसी वर्ष 17 मई को पीएलआइ 2.0 को मंजूरी दी थी। योजना के तहत मैन्यूफैक्चरिंग करने वाली कंपनियों को 17 हजार करोड़ रुपये का प्रोत्साहन दिया जाएगा। यह योजना कुल छह वर्षों के लिए होगी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि योजना के तहत 3.5 लाख करोड़ रुपये के उत्पादों की मैन्यूफैक्चरिंग की जाएगी। इससे कुल दो लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। इसमें 50 हजार को प्रत्यक्ष और 1.5 लाख लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। योजना के तहत बनने वाले उत्पादों की घरेलू बाजार में बिक्री के साथ निर्यात भी किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि यह योजना हमें पीसी, सर्वर, लैपटाप और टैबलेट की मैन्यूफैक्चरिंग में एक बड़ी ताकत बनने के लिए तैयार करेगी।
इन कंपनियों पर होगी उत्पादन की जिम्मेदारी
राइजिंग स्टार्स हाई-टेक प्राइवेट लिमिटेड, डेल इंटरनेशनल सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एचपी इंडिया, पैजेट इलेक्ट्रानिक्स, फ्लैक्ट्रानिक्स टेक्नोलाजीज, सोजो मैन्यूफैक्चरिंग सर्विसेज, वीवीडीएन टेक्नोलाजीज, गुडवर्थ इलेक्ट्रानिक्स, नियोलिंक टेली कम्युनिकेशंस, सिरमा एसजीएस टेक्नोलाजी, भागवती प्रोडक्ट्स लिमिटेड, नेटवेब टेक्नोलाजीज, जीनस इलेक्ट्रोटेक, सहसरा इलेक्ट्रानिक्स साल्यूशंस, हेंगसाइन टेक्नोसाफ्ट, रायट लैब्ज, स्माइल इलेक्ट्रानिक्स, मेगा नेटवर्क्स, प्लमेज साल्यूशंस, एचएलबीएस टेक, पनाश डिजिलाइफ, आरडीपी वर्कस्टेशंस, केनैस इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग, आइएनपी टेक्नोलाजीज, आप्टिमस टेलीकम्युनिकेशंस, आइटीआइ लिमिटेड व सनक्राफ्ट इंडस्ट्रीज शामिल हैं।