Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

64 कलाओं के अवतार कृष्ण के बाल रूप की पूजा करनी है तो रोज करें यह काम…

64 कलाओं के अवतार कृष्ण के बाल रूप की पूजा करनी है तो रोज करें यह काम…

Share this:

Ranchi news: हिंदू धर्म में भगवान श्रीकृष्ण 64 कलाओं के अवतार माने जाते हैं। उनकी मूर्ति लगभग हर घर में पाई जाती है। भक्त अपने घरों में भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की स्थापना करते हैं। अत्यंत भक्ति भाव से प्रतिदिन उनकी पूजा करते हैं। ऐसा विश्वास किया जाता है कि लड्डू गोपाल को घर में रखने से घर में सुख-समृ्द्धि, शांति और ऐश्वर्य बना रहता है। मान्यता है कि लड्डू गोपाल को नियमित रूप से स्नान कराने और उनकी पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है। अब यह जानना जरूरी है कि लड्डू गोपाल की पूजा के लिए रोज उनको स्नान करना क्यों चाहिए।

पवित्रता बनाए रखने के लिए रोज कराएं स्नान

धार्मिक मान्यता है कि भगवान की प्रतिमा या विग्रह को स्नान कराना उनकी पवित्रता और शुद्धता को बनाए रखने के लिए किया जाता है। भगवान को स्नान कराने की प्रक्रिया पूरे घर और पूजा स्थल को पवित्र और सकारात्मक बनाए रखने में मदद करती है। ठीक उसी तरह से लड्डू गोपाल को स्नान कराना भी उनकी भक्ति और सेवा का प्रतीक होता है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक यह प्रक्रिया न सिर्फ आपके मन को शुद्ध करता है, बल्कि यह जीवन में आने वाली नकारात्मकता को भी समाप्त करता है।

जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का होगा संचार 

माना जाता है कि स्नान के बाद जब भगवान पवित्र होते हैं तो पूजा करने वाले जातक को भी इसकी सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। लड्डू गोपाल को स्नान कराना और उनका श्रृंगार करना भगवान और भक्त के बीच के पवित्र संबंध को दर्शाता है।

कम से कम सप्ताह में एक बार स्नान अनिवार्य

ज्योतिष की मानें, तो लड्डू गोपाल को नियमित रूप से स्नान कराना प्रमुख माना जाता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में लड्डू गोपाल को नियमित रूप से स्नान कराना जरूरी नहीं है। लेकिन सप्ताह में कम से कम एक बार लड्डू गोपाल को स्नान जरूर कराना चाहिए। अगर आप लड्डू गोपाल को नियमित रूप से स्नान नहीं करा पा रहे हैं, तो आप गंगाजल छिड़कर भी उनकी मूर्ति को शुद्ध कर सकते हैं।

Share this: