▪︎ थर्ड पार्टी जांच में बड़ा खुलासा: जहां नल से जल दिखाया गया, वहां भी घर में नल से जल नहीं मिला
प्रदेश के 79 गांवों के कुल 948 घरों का केंद्र ने सर्वे करवाया
Lucknow news, Uttar Pradesh news : उत्तर प्रदेश में जलजीवन मिशन के तहत ‘हर घर नल से जल’ योजना के तहत जो प्रगति दिखायी गयी, उस पर केन्द्र सरकार ने भी उंगली उठाई है। राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन उत्तर प्रदेश के अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव का 22 नवम्बर 2024 का एक पत्र इस बात की तस्दीक करता है।उ.प्र.जल निगम (ग्रामीण)/जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी अभियंता व सदस्य सचिव के नाम जारी पत्रांक संख्या 3320 में भारत सरकार के पत्र संख्या डब्ल्यू- 11016/3/2023- जेजेएम-iv- डीडीडब्ल्यूएसएम दिनांक 21.11.24 में कहा गया है कि उ.प्र. में 2208 (एचजीजे) ग्रामों में 41 प्रमाणित और 38 रिपोर्टेड गांवों में एक भी नल कनेक्शन नहीं पाया गया। भारत सरकार के इस पत्र के साथ संलग्न की गयी तालिका में लिखा गया है कि प्रदेश के 79 गांवों के कुल 948 घरों का सर्वे करवाया गया, जहां एक भी घर में नल ही नहीं मिला।
इस पत्र में आगे कहा गया है कि सर्वेक्षण किये गए गांवों से प्राप्त नमूनों में 54.5 प्रतिशत नमूने बैक्टीरीयोलाजिकल पैरामीटर्स में विफल पाये गये हैं। कैमिकल पैरामीटर्स में 24.7 प्रतिशत नमूल विफल पाये गये हैं। इन नमूनों का परीक्षण एनएबीएल एक्रिडिटेड लैब्स में थर्ड पार्टी एजेंसी की ओर से करवाया गया है।
अधिशासी निदेशक बृजराज सिंह यादव के 22 नवम्बर 2024 के इस पत्र के अनुसार -‘भारत सरकार के उक्त पत्र दिनांक 21.11.2024 में कड़े निर्देश दिये गये हैं कि जिन जिलों के गांवों में उक्त कमियां पायी गयी हैं, उन गांवों का पुर्नमूल्यांकन करें और गलत रिपोर्टिंग के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों और अधिकारियों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्यवाही करें तथा की गयी कार्यवाही से अवगत करवाएं।’
अधिशासी निदेशक यादव ने अपने पत्र में आगे लिखा है-‘भारत सरकार के पत्र से यह स्पष्ट होता है कि संबंधित अधिशासी अभियंता उत्तर प्रदेश जल निगम का यह कृत्य अत्यंत गैर जिम्मेदाराना, दायित्वों और निष्ठापूर्वक निर्वहन नहीं किया जाना और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना है।’
सम्बंधित अधिशासी अभियंता को अधिशासी निदेशक ने निर्देश दिये हैं कि भारत सरकार की ओर से इंगित की गयी उपरोक्त दोनों कमियों का तत्काल प्रभाव से निराकरण कराते हुए मिशन कार्यालय को अवगत कराना सुनिश्चत करें अन्यथा आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
इस पत्र की प्रतिलिपि नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव के निजी सचिव, उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण के प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण के संयुक्त प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण के मुख्य अभियंता, उत्तर प्रदेश जल निगम ग्रामीण के सम्बंधित मुख्य अभियंता, निगम के सम्बंधित अधीक्षण अभियंता को भेजी गयी है।
इस पूरे प्रकरण में बुधवार से लेकर गुरुवार तक जल जीवन मिशन के अपर मुख्य सचिव के कार्यालय के कई फोन नम्बरों पर उनसे सम्पर्क करने का प्रयास किया गया, मगर न तो उनसे बात करवायी गयी और न ही उन्होंने स्वयं फोन उठाया, ताकि उनका पक्ष भी पता हो सके।