Ranchi news : ईडी को मैनेज करने के नाम पर करोड़ों रुपये की डील मामले में ईडी ने मंगलवार को रांची, धनबाद व पटना स्थित आरोपितों के आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। जिनके यहां छापेमारी हुई है, उनमें रांची के पंडरा क्षेत्र में रहने वाले अधिवक्ता सुजीत कुमार, कांके के अंचलाधिकारी जय कुमार राम, पूर्व अंचलाधिकारी सह धनबाद के डीटीओ दिवाकर द्विवेदी, नामकुम (रांची) के पूर्व अंचलाधिकारी प्रभात भूषण तथा भूमि कारोबारी संजीव पांडेय से जुड़े ठिकाने शामिल हैं।
अधिवक्ता सुजीत पर लगा है ठगी का आरोप, सुजीत ने भी ठोंका मुकदमा
पूरे प्रकरण में रांची के पंडरा थाने में एक अधिवक्ता सुजीत कुमार पर ईडी को मैनेज करने के नाम पर छह करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगा है। इसके शिकायतकर्ता भूमि माफिया कमलेश कुमार के सहयोगी भूमि कारोबारी संजीव पांडेय हैं। इधर, अधिवक्ता सुजीत कुमार ने भी संजीव पांडेय व तीन अंचलाधिकारियों तथा उनके सहयोगियों पर अपहरण का आरोप लगाकर पंडरा थाने में प्राथमिकी कराई है।
ईडी की चार्जशीट में अपना नाम देख बौखलाए आरोपित
अधिवक्ता को कांके के अंचलाधिकारी जय कुमार राम ने अपने सहयोगी अमन के माध्यम से तीन करोड़ 40 लाख रुपये व एक आइफोन, कांके के पूर्व अंचलाधिकारी सह धनबाद के डीटीओ दिवाकर द्विवेदी ने एक करोड़ तथा नामकुम के पूर्व अंचलाधिकारी प्रभात भूषण ने एक करोड़ पांच लाख रुपये दिए थे। इस बीच जब ईडी ने चार्जशीट में सभी आरोपितों के नाम का पर्दाफाश कर दिया तो पैसे की वापसी के लिए आरोपितों ने अधिवक्ता पर दबाव बनाया। इसके बाद अधिवक्ता ने उन्हें एसबीआइ के 54 चेक दिए।