Mumbai news, Bollywood news : बॉलीवुड में कुलभूषण खरबंदा एक ऐसे एक्टर के रूप में स्थापित रहे हैं, जिन्हें हरफनमौला कहा जा सकता है। हर तरह के किरदार में जान डाल देने की क्षमता का दूसरा नाम है कुलभूषण खरबंदा। वह ‘जादू का शंख’ भी बजा सकते हैं और दमदार रूप में ‘शान’ के किरदार ‘शाकाल’ को भी जीवंत कर सकते हैं। कुलभूषण खरबंदा ने बॉलीवुड में एंट्री से पहले ही शादी कर ली थी। उन्होंने राजस्थान के प्रतापगढ़ के महाराजा राम सिंह की बेटी महेश्वरी से शादी की। कुलभूषण से शादी करने से पहले ही माहेश्वरी शादी के बंधन में बंध गई थीं। उन्होंने पहली शादी कोटा के महाराजा से की थी।
कॉलेज में पढ़ाई के दौरान जुड़े एक्टिंग से
अब जरा उनकी जीवनी और कैरियर पर नजर डालते हैं। कुलभूषण खरबंदा का जन्म 21 अक्टूबर 1944 को पंजाब में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पंजाब में की और बाद में दिल्ली यूनिवर्सिटी के किरोड़ीमल कॉलेज से पढ़ाई पूरी की। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही वह एक्टिंग की दुनिया से जुड़ गए और अक्सर नाटकों में हिस्सा लेते थे। पढ़ाई पूरी करने के बाद कुलभूषण खरबंदा ने अपने दोस्तों के साथ ‘अभियान’ नाम से एक थिएटर शुरू किया और फिल्मी दुनिया में आने से पहले काफी समय तक थिएटर किया।
1974 में रिलीज हुई पहली फिल्म
लंबे समय तक थिएटर करने के बाद कुलभूषण खरबंदा ने बॉलीवुड में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने साल 1974 में रिलीज हुई फिल्म ‘जादू का शंख’ से बड़े पर्दे पर डेब्यू किया था। फिर वह श्याम बेनेगल की फिल्म ‘निशांत’ में नजर आए। उन्होंने ‘भूमिका’, ‘अर्थ’, ‘कलयुग’, ‘मैं जिंदा हूं’ और ‘नसीब’ समेत कई फिल्मों में काम किया।
शान फिल्म में शाकाल का किरदार निभाकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं। साल 1980 के दौरान रिलीज हुई इस फिल्म में वह अमिताभ बच्चन, शशि कपूर और शत्रुघ्न सिन्हा के साथ नजर आए थे। इसके अलावा वह पॉपुलर और हिट वेब सीरीज मिर्जापुर में सत्यानंद त्रिपाठी उर्फ बाउजी का किरदार निभाकर भी चर्चित रहे।