Mumbai news : भारतीय फिल्मों के इतिहास में एक्टिंग के एंगल को देखें तो एक से बढ़कर एक हस्तियों की फेहरिस्त हमारे सामने उपलब्ध हो जाएगी। इनमें संजीव कुमार को आप 1 से 10 में रख सकते हैं। अगर खुद सोचें तो चेहरे से एक्टिंग, आंखों से एक्टिंग, हाथों से एक्टिंग और चलने के अंदाज में एक्टिंग की मिसाल ढूंढनी हो तो संजीव कुमार से बेहतर शायद ही आपको कोई दिखे। देखना है तो देख लीजिए। एक तरफ ‘मौसम’ का संजीव कुमार तो दूसरी ओर ‘आंधी’ का संजीवकुमार। ‘शोले’ का ठाकुर साहब तो कभी कोई भूल ही नहीं सकता। संजीव कुमार ने जो भी कैरेक्टर निभाया, उसे जिंदा कर दिया। मात्र 47 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए थे संजीव कुमार। 6 नवंबर 1985 के दिन हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया था। इसके पीछे भी एक कहानी है, जिसके बारे में हम आपको आगे बताएंगे।
गुजराती परिवार में हुआ था जन्म
9 जुलाई 1938 के दिन गुजरात के सूरत में जन्मे संजीव कुमार ने बचपन से ही कलाकार बनने का सपना देखा था। दरअसल, वैसे तो वह गुजराती परिवार से ताल्लुक रखते थे, लेकिन संजीव के जन्म के सात साल बाद उनका परिवार मुंबई आकर बस गया था। इसके बाद संजीव ने एक्टर बनने की धुन पाल ली और थिएटर करने लगे. इसके बाद उन्होंने 1960 में फिल्म हम हिंदुस्तानी से रुपहले पर्दे पर कदम रखा और हर तरफ छा गए।
हेमा से एक नजर में कर बैठे थे प्यार
बताया जाता है कि फिल्म सीता और गीता की शूटिंग के दौरान संजीव कुमार को पहली नजर में ही हेमा मालिनी से मोहब्बत हो गई थी। वह हेमा मालिनी का हाथ मांगने के लिए उनके घर भी गए थे, लेकिन अभिनेत्री की मां ने अपनी बिरादरी का हवाला देकर रिश्ते से इनकार कर दिया था। इससे संजीव कुमार इस कदर टूटे कि उन्होंने ताउम्र शादी नहीं करने का फैसला ले लिया और खुद पर जान लुटाने वाली सुलक्षणा पंडित के प्यार को भी ठुकरा दिया।
क्या कहते थे अपनी मौत के बारे में
किसी को भी यह जानकर हैरानी होगी कि संजीव कुमार अपनी मौत को लेकर कहते थे कि उनकी उम्र ज्यादा लंबी नहीं होगी। वह जिंदगी के 50 साल पूरे करने से पहले ही इस दुनिया को अलविदा कह देंगे। इसके पीछे वह अपनी फैमिली हिस्ट्री का हवाला देते थे कि उनके परिवार के सभी मर्द 50 साल की उम्र से पहले ही जिंदगी का दांव हार जाते हैं। यह अंधविश्वास था या कुछ और, लेकिन यह दुखद है कि 50 की उम्र पूरी होने के पहले वह इस दुनिया को छोड़ गए।