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याद किये गए शहीद श्यामल चक्रवर्ती, एक समय में दो शहादत, एक को मिला सम्मान, दूसरे को कुछ नहीं 

याद किये गए शहीद श्यामल चक्रवर्ती, एक समय में दो शहादत, एक को मिला सम्मान, दूसरे को कुछ नहीं 

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Dhanbad News : शहीद श्यामल चक्रवर्ती स्मारक समिति एवं भाकपा-माले जिला कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में शहीद श्यामल चक्रवर्ति का  श्रद्धांजलि सभा का  आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता स्मारक समिति के अध्यक्ष सह पूर्व विधायक आनंद महतो ने किया एवं संचालन सुभाष चटर्जी ने किया।सर्वप्रथम श्रद्धांजलि सभा में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके बाद सभा स्थल पर शहीद की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया।

श्यामल चक्रवर्ती के 34 वां शहादत दिवस में मुख्य अतिथि के रूप में दयामनी बारला उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्मारक समिति के अध्यक्ष पूर्व विधायक आनंद महतो के द्वारा किया गया।

श्यामल चक्रवर्ती को जन सम्मान जरूर मिल रहा

उन्होंने स्वागत भाषण में कहा कि शहादत का 34 वर्ष हो चुका है।एक समय में दो शहादत हुआ।शहीद रणधीर वर्मा को सम्मान  मिला। लेकिन श्यामल चक्रवर्ती को आज तक सरकार से कोई सम्मान नहीं मिला।इसके लिए हम लगातार संघर्ष करते रहेंगे। सीपीएम के जिला सचिव संतोष घोष ने सम्मान देने की बात की।स्मारक समिति के कार्यकारी अध्यक्ष सह भारत ज्ञान विज्ञान समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.काशी नाथ चटर्जी ने कहा कि हम श्यामल चक्रवर्ती का 34 वर्ष पूरा होने का शहादत दिवस मना रहे है।श्यामल चक्रवर्ती को सरकारी सम्मान नहीं मिला है, लेकिन इनको जनसम्मान मिला है। आज सरकारी संपति का लुट हो रहा है।इस लुट को रोकना पड़ेगा।हम इस शहादत को मनाते रहेंगे।

श्यामल को सम्मान मिलना चाहिए: दयामनी

मुख्य अतिथि दया मनी बारला ने कहा मुझे आज बहुत खुशी हो रहा है कि आज मैं यहां पर उपस्थित हूं।मैं जल जंगल जमीन का संघर्ष कर रही हूं, लेकिन यह बहुत बड़ी शहादत है। सरकार को इनको सम्मान जरूर देना चाहिए। हम शोषित वंचित के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं और करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं दोनों को शहादत अर्पित करता हु।आज का दिन झारखंड के लिए महत्वपूर्ण दिन है। आज झारखंड के खूंटी जिला में जयपाल सिंह का जन्मदिन है। लेकिन आनंद बाबू जो चार बार विधायक रहे वे मुझे आमंत्रण देने आए। उनकी सादगी को देखकर मैं बहुत प्रभावित हुई।श्रहम आपके आदर्श पर चलूंगी। एक साधारण व्यक्ति श्यामल चक्रवर्ती ने बहुत बड़ा कदम उठाया। हम उन्हें लगातार सम्मानित करते रहेंगे।

हम नववर्ष शहादत दिवस से शुरू करते हैं

उन्होंने कहा कि हम जल जंगल जमीन कोयल कारों नदी का संघर्ष कर रहे हैं।संघर्ष करने वाले को सम्मान नहीं मिलता है। सीपीएम के पूर्व राज्य सचिव गोपीकांत बक्शी ने भी श्यामल चक्रवर्ती को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि श्यामल चक्रवर्ती एक साधारण व्यक्ति होकर शहादत दिया। भा क पा माले के पोलित ब्यूरो के कॉमरेड हलधर महतो ने कहा हम नया वर्ष शहादत दिवस से शुरू करते है। कॉमरेड ए. के. रॉय नहीं होते तो रणधीर वर्मा को भी सम्मान नहीं मिलता।

आंदोलन के लिए युवा आगे आएं: रामकृष्ण सिंह

कॉमरेड रामकृष्ण सिंह ने कहा कि देश जब गुलाम था युवा लोग देश को आजाद करने के लिए आगे आए।उन्होंने युवा को आंदोलन के लिए आगे आने को कहा। भाकपा माले जिला सचिव बिंदा पासवान ने कहा कि देश के लिए गर्व की बात है, एक साधारण आदमी जिन्होंने राष्ट्रीय संपत्ति को बचाने में शहीद हो गए हैं, ऐसे शहीद को हम हमेशा याद रखेंगे।

कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थित

कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाकपा-माले राज्य कमेटी के सदस्य हिदहरिप्रसाद पप्पू,बिंदा पासवान,कार्तिक प्रसाद, शहीद श्यामल चक्रवर्ती स्मारक समिति के सचिव समीर गोस्वामी, डोरा मंडल,रेखा मंडल,शेख रहीम, सम्राट चौधरी,राणा चट्ट राज,कल्याण घोषाल, पवन महतो,कल्याण चक्रवर्ती,जय जयदीप बनर्जी,टुटून मुखर्जी, सुभाष प्रसाद सिंह, गणेश महतो,संतोष रवानी,अजय महतो, विजय पासवान,आर. पी. महतो, मुमताज अंसारी,भूषण महतो, देवाशीष पांडे,सुनील महतो, रोहित महतो, चंदन भूमिहार,विश्वजीत राय, संदीप कौशल,वेद प्रकाश सिंह,रवि सिंह, गोपाल महतो,जय कुमार भुइया, राजेश बेरूवा, मनीष यादव, सतनारायण सिंह,करण पासवान,मुक्तेश्वर महतो, सहदेव सिंह,दशरथ ठाकुर,प्रोफेशनल केपि अजीत,मधेश्वरी प्रसाद,  विधायक राज सिंहा,रागिनी सिंह, पूर्व सांसद प्रोफेसर रिता वर्मा, पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह, शेखर अग्रवाल, हरिप्रसाद लाठा,रमेश टुडू, रवींद्र वर्मा,वैभव सिंहा ने माल्यापर्न किया। कार्यक्रम में क्रांतिकारी गीत गाया गया।

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