Bankok news : म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे आये भीषण भूकम्प ने भारी तबाही मचायी है। रिक्टर पैमाने पर 7.7 तीव्रता के इस भूकम्प के कारण 100 से अधिक लोगों की मौत हो गयी और कई इमारतें जमींदोज हो गयीं। बैंकॉक में आपातकाल घोषित कर दिया गया है।
भूकम्प का असर म्यांमार और थाईलैंड के अलावा अन्य पड़ोसी देशों में रहा। इनमें बांग्लादेश, चीन, लाओस और भारत भी शामिल हैं, जिनके कुछ हिस्सों में भूकम्प के झटके महसूस किये गये हैं। भारत के मणिपुर में 4.4 तीव्रता के झटके दर्ज किये गये। इससे लोग दहशत में आ गये हैं।
भूकम्प का केन्द्र और प्रभाव
यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकम्प का केन्द्र म्यांमार के मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर पूर्व में स्थित था। भूकम्प के कारण म्यांमार की राजधानी मांडले में पॉपुलर एवा ब्रिज ढह गया है। एक यूनिवर्सिटी में भीषण आग लगने से कई इमारतें जल कर खाक हो गयी हैं।
इमारत गिरने से कई मजदूर फंसे
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकम्प के कारण ऊंची इमारतें हिलने लगीं, जिससे लोग सड़कों पर आ गये। एक निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढहने से करीब 43 मजदूर उसमें फंस गये। चीन-म्यांमार बॉर्डर : चीन-म्यांमार सीमा पर भी झटके महसूस किये गये।
थाईलैंड में आपातकाल घोषित
थाईलैंड के प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा ने बैंकॉक में इमरजेंसी की घोषणा की है, ताकि राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा सके। ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र की ऊंची इमारतों से लोगों को सुरक्षित निकाला गया। राहत एवं बचाव दल मलबे में फंसे लोगों को निकालने में जुटे हैं। अस्पतालों में घायलों की संख्या बढ़ रही है, डॉक्टर और नर्सें आपातकालीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। आग बुझाने और पुनर्निर्माण कार्यों की दिशा में भी प्रयास तेज कर दिये गये हैं।