▪︎जीवंत प्रदर्शनी और साबरमती आश्रम मेला आकर्षण के केन्द्र
Ranchi News : ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के सिद्धांतों को गांव तक ले जाने का एक सार्थक प्रयास है। खादी से जुड़ कर बुनकरों और कारीगरों को एक बाजार मिला है, जहां उनकी प्रतिभा को उचित दाम मिल रहा है। उम्मीद करती हूं कि यह मेला हम सभी की उम्मीदों पर खरा उतरे। ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय शुक्रवार को मोरहाबादी मैदान में आयोजित राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव 2024-25 के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित कर रही थी।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री संजय प्रसाद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की दूरदर्शी सोच से राज्य उन्नति की पथ पर आगे बढ़ रहा है। हमें खादी को बहुत आगे लेकर जाना है, इसलिए खादी से जुड़े बुनकरों की समस्याओं पर ध्यान देना है। उन्हें प्रशिक्षित करना है, ताकि पलायन रोका जा सके और झारखंड आगे बढ़े। विभाग से जुड़ीं योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक करना है। खादी से जुड़ कर गांव में रहनेवाले लोगों की आर्थिक उन्नति सम्भव है।
“20 दिसम्बर से 06 जनवरी तक चलनेवाले मेले का मुख्य उद्देश्य खादी को बढ़ावा देना“
उद्योग सचिव जितेन्द्र सिंह ने जानकारी दी कि 20 दिसम्बर से 06 जनवरी तक चलनेवाले इस मेले का मुख्य उद्देश्य खादी को बढ़ावा देना है।उन्होंने बताया कि इस बार 500 से ज्यादा स्टाॅल लगे हैं। कला और संस्कृति विभाग की ओर से हर दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। इस बार मेले में स्टॉल के नाम पेड़ों के नाम पर रखे गये हैं। वहीं, खादी संस्थाओं के साथ-साथ विभिन्न सरकारी, पीएमईजीपी, सरस एवं गैर सरकारी संस्थाओं के स्टॉल भी लगाये गये हैं। मेले में चलंत शौचालय और चलंत एटीएम की भी व्यवस्था की गयी है।
कार्यक्रम में उद्योग निदेशक सुशांत गौरव, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्योग के सीईओ हिमांशु मोहन, झारक्राफ्ट की एमडी श्रीमती कीर्ति सहित अन्य गण्यमान्य लोग मंच पर उपस्थित थे।