New Delhi news : अभी हमारे देश में महाकुंभ मेला चल रहा है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर करोड़ों हिंदू और अन्य धर्मावलंबी पवित्र स्नान कर अपने जीवन को धन्य बना रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान में हमारे हिंदू भाइयों को एक वेदना है कि उन्हें हिंदू वीजा की वजह से भारत आकर संगम में स्नान करने का पावन अवसर नहीं मिल रहा है। अगर ऐसा है तो कोई बात नहीं। संगम आए बिना भी कहीं पर भी अगर आपकी आस्था मजबूत है, तो संगम बनाकर उसमें स्नान कर सकते हैं और उसका फल भी आपको पूर्ण रूप से मिलेगा। पाकिस्तान में रहने वाले हमारे हिंदू भाई ऐसा ही कर रहे हैं और इससे पूरी दुनिया को बड़ा संदेश मिल रहा है।
कुंड में गंगाजल मिलाकर स्नान
मीडिया से मिल रही खबरों से पता चलता है कि यहां के हिंदुओं ने एक कुंड बनाया है, जहां वो गंगा स्नान कर सकते हैं। यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि पाकिस्तान के एक यूट्यूबर हरचंद राम ने अपने ब्लॉग में इस अनोखे आयोजन का एक दृश्य प्रस्तुत किया है। की एक झलक पेश की। रहीमयार खान जिले में आयोजित महाकुंभ मेले में शामिल पुजारी ने कहा कि हम भारत के प्रयागराज में नहीं जा सकते, इसलिए हमने यही महाकुंभ मना लिया। ये पर्व 144 साल बाद आया है। शायद हमारे जीवन का पहला और आखिरी महाकुंभ होगा। यहां गंगा जल को खासतौर पर लाया गया है और स्थानीय लोग इसे पानी में मिला रहे हैं और फिर स्नान कर रहे हैं।
कोई भी लगा सकता है डुबकी
स्नान के बाद भक्तों के लिए प्रसाद का भी इंतजाम किया गया है। सभी के लिए दलिया खिचड़ी बनाई गई है, जिसे श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दिया जा रहा है। धार्मिक अनुष्ठानों के समय भक्तों ने अपने गुरु का आशीर्वाद भी लिया। पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की ये पहल उनकी आस्था और विश्वास को दर्शाती है। पाकिस्तान में इस आयोजन को देख यही कहां जा सकता है कि महाकुंभ धर्म और श्रद्धा की सीमाओं से परे है। इसमें कोई भी डुबकी लगा सकता है।