Home
National
International
Jharkhand/Bihar
Health
Career
Entertainment
Sports Samrat
Business
Special
Bright Side
Lifestyle
Literature
Spirituality

अब आधे घंटे में दिल्ली से पहुंच जाएंगे अमेरिका!

अब आधे घंटे में दिल्ली से पहुंच जाएंगे अमेरिका!

Share this:

ट्रंप की जीत के बाद कमाल करने की तैयारी में एलन मस्क

Washington news :  नवनियुक्त अमेरिकी राष्ट्रपति सरकार में अरबपति एलन मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (डीओजीई) की जिम्मेदारी मिलने के बाद यह माना जा है कि मस्क नई सरकार में कई नई चीजों की शुरुआत करेंगे। इनमें उनकी कंपनी स्पेसएक्स के जरिए यात्रा करने के तरीके को बदलना भी शामिल है। अगर उनकी योजना मंजूर हुई, तो दुनिया के किसी भी प्रमुख शहर में एक घंटे से भी कम समय में पहुंचा जा सकेगा। दिल्ली से अमेरिका महज आधे घंटे में पहुंचा जा सकेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने जीत दर्ज की है। जनवरी में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले उन्होंने कई महत्वपूर्ण नियुक्तियां भी कर दी हैं। इसमें अरबपति एलन मस्क को डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशियंसी (डीओजीई) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। चुनाव में मस्क खुलेतौर पर ट्रंप का समर्थन दे रहे थे और जमकर पैसे भी बहाए थे।

स्पेसएक्स के स्टेनलेस स्टील से बनने वाले स्टारशिप की मदद से होगा ऐसा

स्पेसएक्स के स्टेनलेस स्टील से बनने वाले स्टारशिप की मदद से यात्री एक जगह से दूसरी जगह कुछ ही समय में पहुंच सकेंगे। यह स्पेसक्राफ्ट लगभग 395 फीट लंबा होगा और काफी रफ्तार में चलेगा। विवेक रामास्वामी के साथ डीओजीई का नेतृत्व करने जा रहे मस्क ने कहा है कि उनके स्टारशिप रॉकेट से पृथ्वी से पृथ्वी की अंतरिक्ष यात्रा की उनकी योजना अब ट्रंप के चुनाव में मिली जीत के बाद संभव है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस योजना के बारे में स्पेसएक्स ने लगभग एक दशक पहले ही कल्पना कर ली थी। इसमें हजार यात्रियों के बैठने की जगह होगी और यह धरती पर मौजूद सबसे शक्तिशाली रॉकेट की तरह होगा। यह धरती से अंतरिक्ष के जरिए पृथ्वी पर एक जगह से दूसरी जगह पर जाएगा।

स्टारशिप लॉस एजेंलेस से टोरंटो महज 24 मिनट में ही पहुंचा सकेगा, जबकि लंदन से न्यूयॉर्क तक पहुंचने में महज 29 मिनट लेंगे। दिल्ली से अमेरिका के सैन फ्रांसिसको तक पहुंचने में महज आधे घंटे का ही समय लगेगा। न्यूयॉर्क से चीन के शंघाई तक लोग महज 39 मिनट के समय में ही पहुंच सकेंगे। यात्रियों को उड़ान भरने के समय ग्रैविटेशनल फोर्स का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान उन्हें अपनी सीट बेल्ट को टाइट से बांधकर रखना होगा।

कैसे यह प्रोजेक्ट काम करेगा

इस प्रोजेक्ट को लेकर एक यूजर एलेक्स ने एक्स पर वीडियो भी पोस्ट किया है। इसमें बताया गया है कि कैसे यह प्रोजेक्ट काम करेगा। पहले रॉकेट उड़ान भरेगा और फिर अंतरिक्ष से होते हुए वापस पृथ्वी पर लौटेगा। पृथ्वी पर किसी भी जगह पर घंटेभर के अंदर ही पहुंचा जा सकेगा। एलेक्स ने पोस्ट करते हुए लिखा कि ट्रंप के एफएए के तहत, स्पेसएक्स कुछ सालों में स्टारशिप अर्थ-टू-अर्थ को भी मंजूरी दे सकता है। इसके तहत एक घंटे से भी कम समय में लोगों को किसी भी शहर से पृथ्वी के किसी भी अन्य शहर में ले जाया जा सकेगा।

Share this: