Bhuvneshwar news, Odisha news : पुरुषार्थ, लिप्सारहित और सेवार्थ वाली पुलिस की अवधारणा समय के साथ-साथ कई मामलों में धुमिल होती जा रही है। भुवनेश्वर कमिश्नरेट पुलिस अंतर्गत भरतपुर थाना में सेना के मेजर गुरुवंत सिंह एवं उनकी रिश्तेदार अंकिता प्रधान को प्रताड़ित करने का मामला इसकी बानगी है। मामले की तह में जाएं तो गत शनिवार को एक मामले को लेकर शिकायत करने के पहुंचे मेजर गुरुवंत सिंह एवं उनकी महिला रिश्तेदार से पुलिस ने थाने में दुर्व्यवहार किया। यहां तक कि मेजर गुरुवंत को पुलिस ने पूरी रात लाकअप में रख दिया था। साथ ही महिला रिश्तेदार को अर्धनग्न कर पीटा गया। आरोप यह भी है कि भरतपुर थाना के तत्कालीन इंस्पेक्टर ने मेजर की रिश्तेदार के साथ दुष्कर्म करने की भी धमकी दी थी।
डीजीपी ने इंस्पेक्टर समेत पांच को किया निलंबित, क्राइम ब्रांच कर रही मामले की जांच
मामले में डीजीपी वाईबी खुरानिया ने थाना के तत्कालीन इंस्पेक्टर दीनकृष्ण मिश्र समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इनमें एसआइ वैशालिनी पंडा, सलीलमयी साहू एवं सागरिका रथ तथा सिपाही बलराम हांसदा शामिल हैं। इससे पूर्व मंगलवार को ही भरतपुर थाना के थानेदार, एक एएसआइ एवं सिपाही को थाना से तबादला किया गया था। बुधवार को डीजीपी ने थाना अधिकारी (आइआइसी) के साथ पांच पुलिस कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।डीजीपी के निर्देश पर मामले की क्राइमब्रांच जांच कर रही है।
पूर्व सैनिकों ने किया प्रदर्शन, न्यायिक जांच की मांग
राजधानी भुवनेश्वर में भरतपुर थाना के अंदर सेना के मेजर गुरुवंत सिंह एवं उनकी रिश्तेदार अंकिता प्रधान के साथ बदसलूकी करने की घटना के खिलाफ बुधवार को पूर्व सैनिकों ने दोषी पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। पूर्व सैनिकों ने 120 बटालियन से पुलिस सेवा भवन के सामने तक नारेबाजी करते हुए कहा कि इस तरह की घटना दुर्भाग्यजनक है, इसकी जितनी निंदा की जाए, कम है। पूर्व सैन्य अधिकारियों ने घटना की न्यायिक जांच की भी मांग की है।