New Delhi news : भारतीय कैब एग्रीगेटर कंपनी ओला ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि वह यूजर्स के फोन मॉडल के आधार पर किराया तय नहीं करती। यह बयान ऐसे समय आया है, जब ओला की वैश्विक प्रतिद्वंद्वी उबर ने भी इसी तरह के आरोपों का खंडन किया है। आरोप है कि ओला और उबर जैसे कैब एग्रीगेटर आई फोन यूजर्स से एंड्रायड फोन यूजर्स की तुलना में अधिक किराया वसूल रहे हैं।
उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी के निर्देश पर भारतीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (सीसीपीए) ने गुरुवार को ओला और उबर को नोटिस जारी किया है।
ओला के प्रवक्ता ने कहा, “हम अपने सभी ग्राहकों के लिए एक समान मूल्य निर्धारण संरचना का पालन करते हैं और यूजर के ऑपरेटिंग सिस्टम के आधार पर किराए में भेदभाव नहीं करते। हमने इस संबंध में शुक्रवार को सीसीपीए को स्थिति स्पष्ट की है और किसी भी गलतफहमी को दूर करने के लिए उनके साथ सहयोग करेंगे।” उबर के प्रवक्ता ने भी इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, “हम राइडर्स के फोन निर्माता के आधार पर किराया तय नहीं करते। हम सीसीपीए के साथ मिलकर इस गलतफहमी को दूर करने के लिए तत्पर हैं।” हालांकि, एप्पल और गूगल ने इस मुद्दे पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।