Mumbai news, Bollywood news : कला की दुनिया में यह कहा जाता है कि कलाकार की लंबी आयु उसकी उपलब्धियां का मानक नहीं है। कम उम्र में भी कोई 100 साल की उम्र का कमाल कर सकता है और हिंदी सिनेमा जगत में स्मिता पाटिल इसकी जिंदा मिसाल हैं। वास्तव में स्मिता पाटिल एक ऐसी अभिनेत्री रही हैं, जिनकी तुलना किसी और से की ही नहीं जा सकती। उनके जमाने में शबाना आजमी उनके सामने दिखती हैं, यह सही है।
कम समय में खड़ी कर दी विरासत
स्मिता पाटिल ने छोटे से करियर में शानदार क्लासिक और कल्ट फिल्मों में काम किया। इसके साथ ही स्मिता पाटिल मसाला फिल्मों का भी हिस्सा रहीं। कम समय ही सही, लेकिन अभिनेत्री ने छोटी-सी उम्र में अपनी मेहनत और काम के जरिए एक विरासत खड़ी कर दी थी। उन्होंने हिंदी, बंगाली, मराठी, गुजराती, मलयालम और कन्नड़ सहित 6 भाषाओं की फिल्मों में काम किया।
फिल्मी करियर
उनकी फिल्मों में 1982 में अर्थ, इसी साल बाजार, 1977 में भूमिका और 1985 में मसाला को देखा जा सकता है। इन फिल्मों के अलावा उन्होंने मनोरंजक फिल्मों में भी काम किया जिसमें नमक हलाल और शक्ति की गिनती की जा सकती है। उनकी यादगार फिल्मों में सबसे ज्यादा अर्थ को याद किया जाता है। अर्थ फिल्म की कहानी महेश भट्ट और दिवंगत अभिनेत्री परवीन बाबी के रिलेशनशिप पर आधारित थी। अर्थ का डायरेक्शन भी महेश भट्ट ने खुद किया था। फिल्म में शबाना आजमी के साथ अहम किरदारों में राज बब्बर और शबाना आजमी थे। फिल्म में स्मिता पाटिल ने ऐसी अभिनेत्री का रोल निभाया था, जो मानसिक बीमारी का शिकार होती है और एक शादीशुदा आदमी के प्यार में पड़ जाती है। इस किरदार को इतनी शिद्दत के साथ स्मिता पाटिल ने निभाया की आज भी उन्हें याद किया जाता है।