Islamabad News: पाकिस्तान में आर्थिक और राजनीतिक संकट अब आम बात हो गई है। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थक अकसर सरकार को चुनौती देते रहते हैं। वहीं अब शहबाज शरीफ की सरकार पर नया संकट मंडराने लगा है। सत्ताधारी दल के सहयोगी दल पाकिस्तान पीपल्स पार्टी ने भी अब पीएमएल-एन की अगुआई वाली सरकार को चेतावनी दे दी है। पीपीपी की प्रवक्ता शाजिया मारी ने कहा कि सरकार ने सामुद्रिक और सीपोर्ट अथॉरिटी को लेकर फैसले बिना किसी सलाह के ले लिए। दिसंबर में भी पीपीपी के नेता सरकार में अविश्वास जाहिर कर चुके हैं।
इंटरनेट पर पाबंदियों को लेकर पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने सरकार की आलोचना की थी
इंटरनेट पर पाबंदियों को लेकर पीपीपी अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ने सरकार की आलोचना की थी। अब पार्टी की प्रवक्ता मारी ने कहा कि सरकार बिना किसी सलाह के ही कई फैसले ले रही है। उन्होंने कहा कि जिस दिन पीपीपी अपना समर्थन वापस ले लेगी, शहबाज शरीफ की सरकार गिर जाएगी। शायद पीएमएल-एन को इस बात का अंदाजा नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मैरिटाइम और सीपोर्ट अथॉरिटी बनाने के दौरान पीपीपी से कोई सलाह नहीं ली गई।
उन्होंने कहा कि सिंध सरकार और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी को अथॉरिटी के बारे में अंधेरे में रखा गया। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पीपीपी की प्रवक्ता ने कहा, मैरिटाइम और सीपोर्ट अथॉरिटी बनाने में सहयोगी दल की सहमति लेना जरूरी था। शहबाज शरीफ की सरकार को संविधान का पालन करना चाहिए और ऐसे फैसले लेने से पहले सहयोगी दल को विश्वास में लेना चाहिए।
पाकिस्तान की राजनीति में हलचल
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी ऐसा दावा किया है जिससे पाकिस्तान की राजनीति में हलचल मच गई है। इमरान खान ने कहा कि मुझे तीन साल के निर्वासन पर देश छोड़ने की पेशकश की गई थी, लेकिन मैं पाकिस्तान में ही रहूंगा और मरूंगा।’ खान ने रावलपिंडी की अडियाला जेल में मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा कि उन्हें इस्लामाबाद में बानी गाला निवास में स्थानांतरित करने के लिए ‘‘परोक्ष रूप से संपर्क’’ किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री अगस्त 2023 से अडियाला जेल में कैद हैं।