▪︎ कंटेंट में इसका लेबल जरूर लगाएं, गलत जानकारी पर कार्रवाई
New Delhi news : इलेक्शन कमीशन ने दिल्ली चुनाव से पहले प्रचार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल पर एडवाइजरी जारी की है। आयोग ने राजनीतिक दलों को एआई का सही इस्तेमाल करने का निर्देश दिया है।
आयोग ने कहा है कि अगर पार्टियां एआई से तैयार किए गए कंटेंट का इस्तेमाल कर रही हैं तो उसमें इसका डिस्क्लेमर जरूर लगाएं। ताकि जनता को पता रहे कि यह कंटेंट एआई से जेनरेट किया गया है। अगर इसके बावजूद किसी भी पार्टी या नेता की तरफ से गलत जानकारी दी जा रही है तो कार्रवाई होगी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने हाल ही में चुनावों में गलत जानकारी फैलाने के लिए एआई और ‘डीप फेक’ के इस्तेमाल पर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी तकनीकों से फैलाई गई गलत जानकारी से लोगों का चुनावी प्रक्रिया पर भरोसा कम हो सकता है।
आयोग ने कहा कि एआई कंटेंट के लिए लेबलिंग और डिस्क्लेमर अनिवार्य होगा। राजनीतिक दल और उम्मीदवार एआई तकनीक से तैयार या बदले गए किसी भी कंटेंट जैसे फोटो, वीडियो, ऑडियो आदि पर स्पष्ट लेबल लगाएं। जैसे एआई जनरेटेड, डिजिटली इंहास्ड या सिंथेटिक कंटेंट। साथ की कहा है कि प्रोमोशनल कंटेंट में भी डिस्क्लेमर जोड़ना होगा। एआई से बनाए गए प्रोमोशन कंटेंट या विज्ञापन में भी डिस्क्लेमर देना अनिवार्य होगा। चुनाव आयोग का मकसद है कि एआई की मदद से इलेक्शन को प्रभावित न किया जाए।