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शांति, स्थिरता व निश्चलता को ही कहते हैं सत्संग: महर्षि चतुरानंदजी महाराज

शांति, स्थिरता व निश्चलता को ही कहते हैं सत्संग: महर्षि चतुरानंदजी महाराज

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Saharsa news: सौर बाजार प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत महर्षि मेंही हृदय धाम संत शाही नगर चन्दौर आश्रम का स्थापना दिवस मनाया जा रहा। इस उपलक्ष्य में आयोजित दो दिवसीय संतमत सत्संग के वार्षिक अधिवेशन में दूसरे दिन बुधवार को संतमत के प्रधान आचार्य महर्षि चतुरानंदजी महाराज ने अपने प्रवचन में बताया मनुष्य को जीवन भर परमात्मा को प्राप्त कर जीवन सफल बनाने का काम करना चाहिए।

संतों के मत व धर्म को ही कहते हैं संतमत

उन्होंने कहा कि शांति, स्थिरता व निश्चलता को सत्संग कहते हैं। जो इंसान शांति को प्राप्त कर लेते हैं, वही संत कहलाते हैं। संतमत को परिभाषित करते हुए कहा कि संतों के मत व धर्म को ही संतमत कहते हैं। इसके लिए गुरु महाराज के चरण में जाकर दिक्षा प्राप्त कर उनके बताए मार्गों पर चलने का काम करना चाहिए।

फूलमाला से किया गया स्वागत

अनुभावानंद महराज, स्वामी ज्ञानी बाबा समेत अन्य संतों ने प्रवचन करते अनुयायियों को सदगुरु के प्राप्ति का मार्ग बताया। पूर्व मुखिया अवधेश यादव, उपेन्द्र यादव, शंभू यादव, मनोज यादव आदि जनप्रतिनिधि के अलावा लोगों द्वारा संतों को फुलमाला से स्वागत किया। मौके पर स्वामी पुलेन् बाबा,नवल-किशोर बाबा, दुखहरण बाबा, रामदेव बाबा, सुरेशानंद बाबा, नृत्यानंद बाबा, विभाषजी, श्यामलाल साह समेत कई संत महात्मा मौजूद थे।

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