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दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे पीएम मोदी, 43 वर्षों में भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा

दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे पीएम मोदी, 43 वर्षों में भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा

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▪︎भारत में दुनिया की स्किल कैपिटल बनने और स्किल डिमांड पूरा करने का सामर्थ्य : मोदी

New Delhi News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत आज दुनिया की स्किल कैपिटल बनने और स्किल डिमांड को पूरा करने का सामर्थ्य रखता है। भारत के स्टार्टअप और फिनटेक हेल्थ केयर से लेकर स्मार्ट सिटीज और ग्रीन टेक्नोलॉजी तक कुवैत की हर जरूरत के लिए कटिंग एज सॉल्यूशन बना सकते हैं। भारत का स्लिड यूथ कुवैत की फ्यूचर जर्नी को भी नयी स्ट्रेंथ दे सकता है।
प्रधानमंत्री शनिवार को दो दिवसीय यात्रा पर कुवैत पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस दौरान भारतीय समुदाय से जुड़े लोगों ने उनका स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने यहां भारतीय समुदाय को सम्बोधित करते हुए बताया कि भारत सरकार विदेश में काम करनेवाले भारतीयों के कल्याण के लिए विभिन्न देशों के साथ समझौते कर रही है। ई-माइग्रेट मंच के माध्यम से विदेशी कम्पनियों और पंजीकृत एजेंट को एक साथ लाकर प्रभावी जनशक्ति समाधान दिया जा रहा है। पिछले 05 वर्षों में इस पोर्टल के माध्यम से हजारों लोगों को खाड़ी देशों में रोजगार मिला है।

कुवैत भारत का एक महत्त्वपूर्ण ऊर्जा और व्यापार भागीदार है
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत-कुवैत के बीच संस्कृति और वाणिज्य के माध्यम से बने सम्बन्ध आज नयी ऊंचाइयां छू रहे हैं। कुवैत भारत का एक महत्त्वपूर्ण ऊर्जा और व्यापार भागीदार है। कुवैती कम्पनियां भारत में बड़ा निवेश कर रही हैं। कुवैत और भारत के नागरिकों ने संकट के समय में हमेशा एक-दूसरे की मदद की है।
प्रधानमंत्री ने इस बात का विशेष उल्लेख किया कि 43 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री कुवैत की यात्रा कर रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान से यहां आने में 04 घंटे लगते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री को आने में चार दशक लग गये।
प्रधानमंत्री ने स्थानीय भारतीय समुदाय की सराहना की और कहा कि वह उनकी उपलब्धियां को सेलिब्रेट करने आये हैं। कुवैती नेतृत्व भी भारतीयों के योगदान की प्रशंसा करता है। उन्होंने कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में है, जिन्होंने कुवैत को स्वतंत्रता मिलने के बाद मान्यता दी थी। कोविड के दौरान कुवैत ने भारत को लिक्विड ऑक्सीजन सप्लाई किया और उस दौरान कुवैत को वैक्सीन और मेडिकल टीम भेजकर भारत ने भी लड़ने का साहस दिया।

नरेन्द्र मोदी ने मीना अब्दुल्ला क्षेत्र में एक श्रमिक शिविर का दौरा किया
अपनी कुवैत यात्रा के पहले कार्यक्रम के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगभग 1500 भारतीय नागरिकों के कार्यबल के साथ कुवैत के मीना अब्दुल्ला क्षेत्र में एक श्रमिक शिविर का दौरा किया। प्रधानमंत्री ने भारत के विभिन्न राज्यों के विभिन्न वर्गों के भारतीय श्रमिकों के साथ बातचीत की और उनका कुशलक्षेम पूछा।
विदेश मंत्रालय के अनुसार श्रमिक शिविर का दौरा प्रधानमंत्री द्वारा विदेशों में भारतीय श्रमिकों के कल्याण को दिये गये महत्त्व का प्रतीक है। पिछले कुछ वर्षों में, सरकार ने विदेशों में भारतीय श्रमिकों के कल्याण के लिए ई-माइग्रेट पोर्टल, मदद पोर्टल और उन्नत प्रवासी भारतीय बीमा योजना जैसी कई प्रौद्योगिकी-आधारित पहल की हैं।

प्रधानमंत्री मोदी का कुवैत में गर्मजोशी से हुआ स्वागत 

कुवैत पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कुवैत के अमीर के साथ-साथ भारतीय प्रवासियों और कुवैती नागरिकों ने गर्मजोशी भरा स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां 101 वर्षीय पूर्व आईएफएस अधिकारी मंगल सेन हांडा और रामायण व महाभारत को अरबी भाषा में प्रकाशित करनेवाले अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ से भी मुलाकात की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि कुवैत में उतरते ही गर्मजोशी से स्वागत किया गया। 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है और इससे नि:स्संदेह विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कुवैत मित्रता मजबूत होगी।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि एक नया अध्याय शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कुवैत में औपचारिक स्वागत किया गया। कुवैत के प्रथम उप प्रधानमंत्री शेख फहाद यूसुफ सऊद अल-सबा, कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या और कई अन्य मंत्रियों एवं गणमान्य व्यक्तियों ने हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

मोदी ने 101 वर्षीय प्रवासी पूर्व आईएफएस अधिकारी मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की
प्रधानमंत्री मोदी ने कुवैत के एक होटल में भारतीय प्रवासियों से बातचीत की। प्रवासियों ने मोदी के सम्मान में दक्षिण भारतीय नृत्य का कार्यक्रम आयोजित किया।
प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 101 वर्षीय पूर्व आईएफएस अधिकारी मंगल सेन हांडा से भी मुलाकात की। मंगल सेन हांडा की पोती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मुलाकात की अपील की थी, जिस पर प्रधानमंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वह भी मंगल सेन से मिलने को उत्सुक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने रामायण और महाभारत को अरबी भाषा में प्रकाशित करने वाले अब्दुल्लातीफ अलनेसेफ और अनुवादक अब्दुल्ला बैरन से भी मुलाकात की।

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