Categories


MENU

We Are Social,
Connect With Us:

☀️
–°C
Fetching location…

सरहुल शोभायात्रा की तैयारी पूरी, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन होंगे मुख्य अतिथि

सरहुल शोभायात्रा की तैयारी पूरी, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन होंगे मुख्य अतिथि

Share this:

Ranchi news : प्रकृति पूजा के महापर्व सरहुल की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। केन्द्रीय सरना समिति के नेतृत्व में सिरमटोली सरना स्थल पर हजारों सरना धर्मावलम्बी सरहुल शोभायात्रा में भाग लेंगे। इस पावन अवसर पर सभी आदिवासी समुदाय के लोग सरना मां से आशीर्वाद लेने के लिए माथा टेकेंगे और मन्नत मांगेंगे। सोमवार को समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की की अगुवाई में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यह पर्व आदिवासी समुदाय के लिए उल्लास, समृद्धि और प्रकृति के प्रति अपनी आस्था प्रकट करने का महत्त्वपूर्ण अवसर है।

हजारों की संख्या में पहुंचेगी खोड़हा मंडली

एक अप्रैल को सिरमटोली सरना स्थल पर हजारों खोड़हा मंडलियों और आकर्षक झांकियों का रंग देखने को मिलेगा। श्रद्धालु मां सरना से सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। इस दौरान पारम्परिक वेशभूषा में खोड़हा मंडलियां वाद्ययंत्रों के साथ गीत गाते हुए सरना स्थल पहुंचेंगी। सभी खोड़हा मंडलियों को सरना अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा।

खोड़हा मंडलियों का होगा सम्मान

सरहुल के अवसर पर सभी समुदायों को आमंत्रित किया गया है। पारम्परिक सरना अंगवस्त्र पहना कर खोड़हा मंडलियों का सम्मान किया जायेगा। इसके अतिरिक्त विभिन्न स्थानों पर सैकड़ों स्टॉल लगाये जायेंगे, जहां श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद वितरण किया जायेगा। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन इस अवसर पर उपस्थित होंगे।

पुरस्कार वितरण और विशेष सम्मान

शोभायात्रा में सबसे पहले पहुंचनेवालीं खोड़हा मंडलियों को सम्मानित किया जायेगा और साथ में पुरस्कार भी दिया जायेगा।

– प्रथम पुरस्कार : 11,000

– द्वितीय पुरस्कार: 7,100

– तृतीय पुरस्कार : 5,100

इसके अलावा पहान, पईनभोरा और महतो को भी उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जायेगा।

पिस्का मोड़ सरना स्थल पर भी हुआ पूजन

पिस्का मोड़ स्थित सत्यारी सरना स्थल पर भी सरहुल पूजा का भव्य आयोजन किया गया। पारम्परिक रीति-रिवाजों के तहत पाहन सोमरा मुंडा, जोगेन्द्र मुंडा, भुनू मुंडा और सोहराई मुंडा ने पूजा-अर्चना कर मां सरना से खेत-खलिहानों की हरियाली और सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगा कर और कानों में सरहुल के फूल लगा कर बधाई दी।

केन्द्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने इस मौके पर कहा कि सरहुल हमें नयी ऊर्जा प्रदान करता है। उन्होंने प्रकृति संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि पर्यावरण से छेड़छाड़ नयी आपदाओं को जन्म देती है, इसलिए हमें प्रकृति की रक्षा करनी होगी।

कार्यक्रम में शामिल हुए प्रमुख व्यक्ति

रोहित पाहन, रूप चंद उरांव, अजीत उरांव, गायना कच्छप, प्रकाश हंस, अजय कच्छप, बाहा तिग्गा, विजय उरांव, अनीता पहनाइन, सती तिर्की, अनिता उरांव, शोभा तिर्की, नुरी तिर्की, सुनिता कुजूर, पिंकी कुजूर, मिणा देवी, रिता खलखो, पर्वती टोप्पो, बुधनी उरांव, सिटीआ उरांव, दुलारी उरांव सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

Share this:

Latest Updates