मामला: Ukrainen युद्ध में भारत के हथियार पहुंचने की
New Delhi News: रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच भारत के निर्माताओं के द्वारा कथित हथियार supply को लेकर एक नया विवाद सामने आया है। मीडिया के हवाले से खबर आयी है कि जो हथियार यूरोप को बेचे जा रहे हैं, वह यूरोप के जरिए यूक्रेन पहुंच रहा है। इस बाबत रॉयटर्स में आए रिपोर्ट के बाद रूस और भारत के बीच विवाद की खबर आने लगी। कहा जा रहा है कि रूस भारत के इस कदम से नाराज हो गया है। वैसे इसके बाद भारत ने मीडिया रिपोर्ट को रिजेक्ट कर दिया है।
भारतीय हथियार निर्माताओं से तोप के गोले खरीद कर यूरोपीय ग्राहक उसे यूक्रेन भेजे रहे
विदेशी मीडिया के उस रिपोर्ट में यह दावा किया गया था कि भारतीय हथियार निर्माताओं से तोप के गोले खरीद कर यूरोपीय ग्राहक उसे यूक्रेन भेजे दे रहे हैं। जिसकी कथित सूचना के बाद मॉस्को ने इस पर आपत्ति जतायी है । ऐसा कहा जा रहा है कि इसके बावजूद भी नई दिल्ली ने
हथियारों के व्यापार को नहीं रोका है। विदेशी समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने ग्यारह भारतीय और यूरोपीय सरकार और रक्षा उद्योग के अधिकारियों के हवाले से रिपोर्ट प्रकाशित की थी।
यह गलत और शरारतपूर्ण खबर है
इस तरह की खबर का सीधा असर दो मित्र राष्ट्र भारत और रूस के रिश्ते पर आन पडी है। इस खबर के आते ही भारतीय विदेश मंत्रालय सक्रिय हो गया। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्रालय ने इस खबर को अटकलबाजी और भ्रामक करार दिया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक बयान जारी कर कहा कि इसमें भारत द्वारा उल्लंघन का संकेत मिलता है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है और इसलिए यह गलत और शरारतपूर्ण है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रुस और यूक्रेन जंग के बीच यह खबर आने के बाद भारत सरकार damage control में जुट गई और इसे सिरे से खारिज कर दिया हैl वहीँ समाचार agency का दावा है कि यह रिपोर्ट भारतीय और यूरोपीय सरकार, रक्षा उद्योग के अधिकारियों से बातचीत के आधार पर तैयार की गई है l एजेंसी का दावा है था कि अधिकारियों से बात करने के साथ-साथ सीमा शुल्क डेटा का विश्लेषण भी किया गया है जिसमें यह बात सामने आई है।