Saharsa news: कहते हैं कि जुनून उम्र नहीं देखती, अगर इंसान ठान ले कि जीवन में कुछ बड़ा हासिल करना है, तो वह अपनी आखिरी सांस तक प्रयास करना नहीं छोड़ता। ऐसी ही एक कहानी सौर बाजार प्रखंड अंतर्गत अजगैवा गांव की है। जहां अंजनलता कुमारी ने अपने दो बच्चों और घर को संभालते हुए अपनी मेहनत से बीपीएससी शिक्षका की परीक्षा पास कर ली। लक्ष्य प्राप्ति के लिए धुन के पक्के व्यक्ति के आगे प्रतिकूल परिस्थितियां भी बौना साबित होती है। यह बात अंजनलता कुमारी ने बिहार बीपीएससी शिक्षिका के परीक्षा में सफलता प्राप्त करके शत प्रतिशत सही कर दिया है।
पति रेलवे में हैं कार्यरत
दो बच्चों की मां एवं पति प्रणय कुमार उर्फ पप्पू भी गोरखपुर में रेलवे सुरक्षा बल में निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बीपीएससी द्वारा आयोजित टीआरई 3.0 में एक साथ दो वर्ग 6 टू 8 और वर्ग 11 टू 12 की शिक्षका पद की परीक्षा पास की है, जो कठिन परिश्रम और लगन को दर्शाता है। उनका जिला आवंटन क्लास 6 टू 8 के लिए दरभंगा और क्लास 11 टू 12 के लिए पटना आमंत्रित हुआ है।
महिलाओं के लिए बनी प्रेरणा
घर की जिम्मेदारियों को निभाते हुए उन्होंने इस परीक्षा में सफलता का जो झंडा गाड़ा, वह न केवल अत्यंत पिछड़े गांव के लिए बल्कि इलाके लिए गर्व की बात है। यह गांव समाज के अन्य महिलाओं एवं बच्चों के लिए प्रेरणा स्रोत का विषय है। इसे एक कीर्तिमान कहा जा सकता है।