Kolkata News : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने वैभवशाली भारत के निर्माण के लक्ष्य को लेकर हिन्दू समुदाय की एकजुटता और सशक्तीकरण के लिए देशव्यापी अभियान चलाने का निर्णय लिया है। यह जानकारी संघ के दक्षिण बंगाल सह प्रचार प्रमुख जिष्णु बसु ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में दी। इस मौके पर संघ के दक्षिण बंगाल के संघचालक जयंत पाल भी मौजूद थे।
बसु ने बताया कि बीते 22 और 23 मार्च को बेंगलुरु में हुई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में लगभग 1500 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इस बैठक में विशेष रूप से बांग्लादेश में हिन्दू समुदाय पर हो रहे हमलों और उन्हें अस्तित्वहीन करने के प्रयासों पर रोक लगाने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि संघ इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों के समक्ष उठाएगा, ताकि बांग्लादेश के हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके ।
संघ ने यह भी निर्णय लिया है कि भारतीय परिवार व्यवस्था को मजबूत करने के लिए देशभर में जागरूकता अभियान चलाया जायेगा, जिसमें पश्चिम बंगाल के ग्रामीण इलाकों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। जात-पात मुक्त समाज और सामाजिक समरसता के लिए संघ लगातार काम कर रहा है और इस दिशा में और अधिक प्रयास किये जायेंगे।उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष विजयदशमी के दिन संघ की स्थापना का शताब्दी वर्ष पूरा होगा। इस अवसर पर पांच प्रण के संकल्प के साथ पर्यावरण संरक्षण को भी इस अभियान से जोड़ा जायेगा। संघ का उद्देश्य न केवल हिंदू समुदाय को संगठित करना है, बल्कि नागरिक शिष्टाचार को भी बढ़ावा देना है।
शांतिपूर्ण होगा रामनवमी का त्यौहार
रामनवमी के अवसर पर आयोजित होनेवाले जुलूसों को लेकर उन्होंने कहा कि आगामी छह अप्रैल को पूरे बंगाल में रामनवमी का त्योहार शांति और सौहार्द के साथ मनाया जायोा। उन्होंने विश्वास जताया कि हिन्दू समुदाय हमेशा शांति प्रिय रहा है और इस बार भी रामनवमी शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न होगी। बसु ने स्पष्ट किया कि कानून-व्यवस्था बनाये रखना पुलिस की जिम्मेदारी है, लेकिन इतिहास इस बात का गवाह है कि जहां हिन्दू समुदाय सुरक्षित रहता है, वहां अन्य समुदाय भी सुरक्षित रहते हैं।