Dharm- adhyatm, Jyotish news : जिंदगी में बहुत कुछ ऐसा घटित होते रहता है, जिसकी कल्पना आप नहीं कर सकते हैं। जो रियल में घटित नहीं होता है, वह सपनों में घटित होकर रियल लाइफ को भी प्रभावित करता है। सपनों का अपना एक ठोस विज्ञान है और एक-एक प्रकार के सपने का विश्लेषण कर यह बताया जाता है कि इसके पीछे कारण क्या है और उसके परिणाम क्या हो सकते हैं। अगर किसी के सपनों में बार-बार सांप दिखाई देता है, तो इसे ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष के एक फैक्टर के रूप में देखा जाता है। लेकिन, वास्तव में यह समग्र विश्लेषण नहीं है। कुछ जानकार इसे लंबी उम्र की ओर भी संकेत करते हैं। सपने में सांपों के साथ रहना और सांपों द्वारा काटा जाना अत्यंत जटिल विषय माना जाता है। हमारा यहां उद्देश्य किसी की जन्मकुंडली में कालसर्प दोष को समझना और इसके अनुसार इसके निदान का प्रयास करना है।
क्या कहते हैं जन्म कुंडली के विशेषज्ञ
ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली के जानकार बताते हैं कि जिस व्यक्ति को कालसर्प दोष होता है, वह हमेशा मृत्यु का आभास करते रहता है। उसे ऐसा लगता है कि मृत्यु उसके नजदीक दस्तक दे रही है। कितनी ही कोशिशें करने के बाद भी व्यक्ति के मन में यह डर दूर नहीं होता है। व्यक्ति जब भी बाहर जाता है, उसे हमेशा दूसरे लोगों पर संदेह होता है। व्यक्ति को लगता है कोई मेरी पीछा कर रहा है। इस दोष से विवाह में रुकावट आती है। जब भी विवाह तय होता तो कोई न कोई रुकावट आती है। विवाह के बाद संतान के जन्म दिक्कत होती है। अगर संतान का जन्म हो भी जाए, तो संतान रोगग्रस्त रहती है या यहां तक कि मृत्यु भी हो जाती है। इस समस्या से निदान के लिए ज्योतिष शास्त्र में भगवान शिव की पूजा बताई जाती है। विशेषकर सोमवार के दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करना विशेष लाभदायक होता है। महामृत्युंजय मंत्र का जाप रोजाना 108 बार करना चाहिए। इससे इस दोष का प्रभाव कम होता है।