Pankaj Raj, Saharsa news: नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत स्टेडियम के समीप सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दलित महिला के साथ हुए अत्याचार मामले को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। इसमें कई सामाजिक संगठन के कार्यकर्ताओं ने अपनी सहभागिता दी। इसमें बउआ झा, मीर, रिजवान, सुमित सिंह आदि शामिल थे।
अब तक अभियुक्त की नहीं हुई गिरफ्तारी
सभा को संबोधित करते हुए अमृत सिन्हा ने बताया कि अभी तक अभियुक्त की गिरफ्तारी को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। केस किए हुए 90 दिन बीतने को है। अभी तक किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हुई है। साजिश करके अभियुक्त का नाम हटा दिया जाता है, जबकि वीडियो में सभी अभियुक्त है। जांच में लापरवाही बरती जा रही। जांच के नाम पर टाइम पास किया जाता है। इसलिए हमलोग धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। ताकि, न्याय मिले।
सप्ताहभर अस्पताल में रही भर्ती
उन्होंने बताया की मामला कायस्थ टोला का है। मेरी पत्नी दलित समुदाय से आती है और मेरी पत्नी के साथ मारपीट की घटना घटित हुई थी। जिसमें बाहर के भी गुंडे थे। मेरी पत्नी की घसीट घसीट कर मारा गया था और वह एक सप्ताह तक सदर अस्पताल में भर्ती रही। इसके बाद हम इलाज के लिए बाहर भी ले गए थे। उसके बाद थाना में 3 अक्टूबर को एफ़आईआर भी दर्ज करवाया। फिर भी पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। आईओ को फोन करते हैं तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया जाता। हम पुलिस प्रशासन से मांग करते है की अभियुक्त की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो।
संविधान सबके लिए है बराबर
सामाजिक कार्यकर्ता मीर रिजवान की मने तो एक दलित महिला है जिसका नाम आम्रपाली है। इसके साथ ससुराल वालों ने अन्याय का काम किया है, उसकी हमलोग घोर निंदा करते हैं। हम धरना के माध्यम से पुलिस प्रशासन को सचेत करना चाहते हैं और आग्रह पूर्वक कहना चाहते हैं कि संविधान सबके लिए बराबर है? एक दलित महिला के साथ इस तरह का जघन्य अपराध किया जाता है। उसे खाने में सम्मिलित नहीं करते हैं। क्या आप उसको समानता का अधिकार नहीं देते हैं? इसलिए हमलोग धरना के माध्यम से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।