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सुंदर महतो जिसने धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन को गोलियों से की छलनी की, 10 दिन पहले आया था जेल

सुंदर महतो जिसने धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन को गोलियों से की छलनी की, 10 दिन पहले आया था जेल

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Dhanbad top news, gangster Aman Singh murder case, Jharkhand top news, Dhanbad jail, Jharkhand latest Hindi news : धनबाद में रविवार को दिनदहाड़े जेल के अंदर कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर देनेवाले की पहचान हो गयी है। सैकड़ों कैदियों के बीच हत्या को अंजाम बाइक चोर सुंदर महतो ने दिया, जिससे पुलिस अब पूछताछ कर रही है।

कहा जा सकता है कि अमन सिंह की हत्या के लिए बाइक चोरी मामले में रितेश यादव उर्फ सुंदर महतो जेल गया था। इसके बाद ही पूरे प्रकरण को रचा गया और अमन सिंह की हत्या कर दी गयी। हालांकि, इस घटना के बाद फरार चल रहे अपराधी आशीष रंजन ने इस पूरे मामले की जिम्मेदारी ले ली है। पुलिस अब तक हथियार बरामद नहीं कर सकी है, जिससे सुंदर ने गोली चलायी है। पुलिस-प्रशासन देर रात तक जेल में छापेमारी करता रहा है, फिर भी पुलिस को हथियार नहीं मिला है।

अपराधी आशीष रंजन अमन सिंह का था करीबी

मिली जानकारी के अनुसार अमन सिंह की हत्या की साजिश रचने वाला आशीष रंजन पहले अमन सिंह की करीबी हुआ करता था। लेकिन, समय बीतने के साथ दोनों में आपसी रंजिश हो गयी, जिसके बाद आशीष ने अमन सिंह के ऊपर गोली चलवा दी। आशीष का नाम पहली बार वीर कुंवर सिंह काॅलोनी के जमीन कारोबारी समीर मंडल हत्याकांड में आया था। इसमें आशीष के साथ पार्टनर सतीश साव उर्फ गांधी भी था, जो इन दिनों धनबाद जेल में बंद है।इस हत्या के बाद आशीष की गिरफ्तारी हुई थी। बेल पर बाहर आने के बाद 12 मई, 2021 को वासेपुर के जमीन कारोबारी लाला खान की गोली मार कर दिनदहाड़े हत्या कर दी गयी थी। इसमें अमन सिंह के साथ आशीष रंजन और वासेपुर के मिस्टर खान का नाम आया था। आपको बता दें कि पुलिस इस कांड में आशीष रंजन उर्फ छोटू की तलाश कर ही रही थी। इस बीच कतरास निवासी पुलिस मुखबिर नीरज तिवारी की हत्या गोली मार कर कर दी गयी थी। इस कांड में रौनक व रोहित गुप्ता के अलावा आशीष रंजन का नाम आया था, तब से वह फरार है।

अमन के हर कांड में आता था आशीष रंजन का नाम

डाॅ. समीर कुमार से रंगदारी, किया शोरूम में बमबाजी सहित अमन के इशारे में सभी अपराध का जब भी इंटरनेट मीडिया पर कबूलनामा आता, तो उसमें आशीष रंजन उर्फ छोटू का नाम आता था।

जेल में मामले को जांच शुरू

अमन सिंह की हत्या के मामले में जांच के लिए जेल आईजी उमाशंकर सिंह ने तीन सदस्य टीम की कमेटी बनायी है। टीम में उमाशंकर सिंह के अलावा दो आईजी स्तर के अधिकारी शामिल है। फिलहाल सीआईडी, स्पेशल ब्रांच और एसआईटी की टीम जेल में पहुंचकर जांच कर रही है। वहीं, घटना के बाद फॉरेंसिक टीम जेल के अंदर खून का सैंपल और कुछ स्थानों में फिंगरप्रिंट के नमूने भी लिये हैं।

आरोपी सुंदर से हो रही पूछताछ

बताया जा रहा है कि अमन सिंह अस्पताल के जेल में भर्ती था। वहीं, आरोपी सुंदर महतो भी जेल के वार्ड चार नंबर में था। रविवार को आरोपी सुंदर पिस्तौल लेकर जेल अस्पताल पहुंचा, जहां अमन सिंह को बहुत नजदीक से गोली मार कर मौके से भाग निकला। फायरिंग की घटना के बाद पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज जांच करने के बाद पता चला कि आरोपी सुंदर महतो गोली मारने के बाद बाथरूम की ओर भागा। इसके बाद पुलिस ने उसे अपनी गिरफ्त में ले लिया और पूछताछ कर रही है, ताकि इस हत्याकांड में शामिल अपराधियों को पहचान किया जा सके।

हाईप्रोफाइल मर्डर का लगा आरोप

इधर, अस्पताल पहुंचे परिजनों ने अमन सिंह के हत्या को हाई प्रोफाइल हत्या बताया। उन्होंने बताया कि अमन सिंह अपनी जान बचाने के लिए न्यायालय और मीडिया से गुहार लगाता रहा, लेकिन इस ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आखिरकार, रविवार को अमन सिंह की हत्या कर दी गयी। जेल में कड़ी सुरक्षा होती है, फिर भी उसे गोलियों से भून दिया गया। पूर्व में भी अमन सिंह ने अपनी हत्या की आशंका जतायी थी। उसकी पत्नी द्वारा लिखित शिकायत न्यायालय के समक्ष की गयी थी। उसे जहर देख कर भी मारने की कोशिश की गयी थी। ऐसे में उनकी हत्या होना सामान्य हत्या नहीं कहा जा सकता है।इससे प्रतीत होता है कि यह हत्या हाई प्रोफाइल है।

परिजन ले गये अमन सिंह का शव

सोमवार को धनबाद एसएनएमएमसीएच अस्पताल और मेडिकल कॉलेज मे गैंगस्टर अमन सिंह का पोस्टमार्टम प्रशासन एवं कैमरे की निगरानी में हुआ। इसके बाद उसके परिजन मृतक अमन सिंह के शव को लेकर अपने गांव चले गये। वहां उसका अंतिम संस्कार किया जायेगा।

सम्बन्धित पदाधिकारियों को दिये गये निर्देश

राज्य सरकार के निर्देश पर आईजी सीआइडी असीम विक्रांत मिंज (आइपीएस) एवं आईजी प्रिजन उमाशंकर सिंह (आइएएस) के द्वारा संयुक्त रूप से मंडल कारा धनबाद का निरीक्षण कर जांच की एवं सम्बन्धित पदाधिकारियों को यथोचित निर्देश दिया। उपायुक्त धनबाद ने प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश, धनबाद को उपरोक्त घटना की न्यायिक जांच करने के लिए न्यायिक दंडाधिकारी की प्रतिनियुक्ति करने का अनुरोध किया गया है।घटनाक्रम की सूचना नेशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन, दिल्ली को कल ही भेज दी गयी है। 

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