धार्मिक जुलूसों पर विशेष सावधानी बरतने का आदेश
Lucknow news: बहराइच में बवाल के बाद डीजीपी प्रशांत कुमार ने राज्य के आला पुलिस अफसरों को निर्देश दिए कि मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों से किसी भी धार्मिक जुलूस के गुजरने पर विशेष सावधानी रखी जाए। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करें। धार्मिक स्थलों के आसपास सुबह गश्त व चेकिंग जरूर कराई जाए।
कानून व्यवस्था की समीक्षा की
डीजीपी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर 24 घंटे निगरानी रखने के भी निर्देश दिए। डीजीपी ने आने वाले त्योहारों के मद्देनजर निर्देश दिए कि दंगा नियंत्रण योजना को अपडेट कर लिया जाए, फिर इनकी मॉक ड्रिल करा ली जाए। इस योजना में संबंधित मजिस्ट्रेट को भी शामिल करने को कहा है। कहा कि पुलिस कर्मियों और संसाधनों का पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाए। आकस्मिक घटना के समय किस तरह से योजना बनाई जाए, इसका रिहर्सल करा लिया जाए। साथ ही दंगा नियंत्रण उपकरणों की कार्यकुशलता की निगरानी समय-समय पर की जाती रहे, ताकि किसी विपदा पर ऐनवक्त ये धोखा न दे जाएं।
दंगा नियंत्रण उपकरणों के बिना पुलिस कर्मियों की ड्यूटी न लगाएं
डीजीपी ने कहा कि दंगा नियंत्रण उपकरणों के बिना पुलिस कर्मियों की ड्यूटी न लगाएं। किसी भी आयोजन से पहले पुलिस बल की ब्रीफिंग जरूर कर ली जाए।
डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में कहा कि सभी जिलों में कम्प्युनिकेशन प्लान तैयार कर लिया जाए। इसमें राजस्व विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ पार्षद, वार्ड सदस्यों, ग्राम प्रधान, ग्राम समितियों के सदस्यों और चौकीदारों को शामिल किया जाए। इस योजना से इन सबके बीच समन्वय भी बना रहेगा। इसके साथ ही पीस कमेटियों की गोष्ठी हर स्तर पर कर ली जाए। डिजिटल वालेन्टियर्स व सिविल डिफेंस का भी सहयोग लिया जाए। डीजीपी ने कहा कि सभी जिलों की अभिसूचना इकाई की टीम सतर्क रहे। असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखें। पुलिस अधिकारी भी एलआईयू से मिलने वाली सूचनाओं पर सतर्कता बरतें।